भोपाल(ईएमएस)। आचार्य विराग सागर महाराज के समाधि दिवस पर नेमी नगर जिनालय में गुरु वंदना कर आचार्य श्री विराग सागर महाराज के कृतित्व व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए विनयांजलि दी गई। समाज के लोगों ने कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए विन्यांजली दी। समिति के उपाध्यक्ष तेजू जैन, सचिव अजीत जैन ने बताया आचार्य विराग सागर महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन किया और मुनि संघ के कर कमलों मे शास्त्र भेंट किए गए। समाधि दिवस के अवसर पर समाज अध्यक्ष कोमल चंद जैन एवं सभी पदाधिकारियों ने श्री फल अर्पित कर आशीर्वाद लिया। मुनि श्री ने कहा जैन धर्म, जैन सिद्धांत का ऐसा धर्म है जो मृत्यु को महोत्सव के रूप में मनाता है। संत की साधना का परिणाम निर्मल भावों से समाधि मरण का होना है। आचार्य श्री को वंदन करते हुए कहा जीवन को उन्होंने प्राणी मात्र के प्रति समर्पित कर दिया। अंशुल जैन / 04 जुलाई, 2025