मुनिसंघ की अगवानी में निकला ऐतिहासिक चल समारोह, चार महीने चातुर्मास में धर्म साधना करेगा मुनिसंघ गुना (ईएमएस)। धर्म, आस्था और भक्ति से ओतप्रोत वातावरण में शुक्रवार दोपहर गुना नगर ने ऐतिहासिक क्षणों का साक्षी बनते हुए मुनिश्री योग सागरजी महाराज का ससंघ भव्य स्वागत किया। समाधिस्थ आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज और वर्तमान आचार्यश्री समय सागरजी महाराज के गृहस्थ जीवन के भ्राता, ज्येष्ठ निर्यापक श्रमण मुनिश्री योग सागरजी लगभग 37 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद गुना पहुंचे। उनके साथ मुनिश्री निरोग सागर, निर्मोह सागर, निरामय सागर एवं निर्भीक सागरजी महाराज सहित 12 मुनिराज एवं ऐलकगण भी गुना पहुंचे हैं, जो आगामी चार माह गुना में चातुर्मास कर आत्मसाधना करेंगे। शुक्रवार को दोपहर रिमझिम वर्षा के बीच मुनिसंघ ने बजरंगगढ़ स्थित शांतिनाथ पुण्योदय तीर्थ से पैदल विहार प्रारंभ किया। हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में विहार के दौरान भक्ति के जयघोषों से नगर की फिजा धर्ममय हो गई। नगर में प्रवेश के समय बीजी रोड नसियांजी के समीप विशाल चल समारोह निकाला गया, जो जयस्तंभ चौराहे, सदर बाजार, नीचला बाजार, बताशा गली, पंडाजी चौराहा होते हुए चौधरी मोहल्ला स्थित पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर तक पहुंचा। इस भव्य चल समारोह में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। सबसे आगे धर्मध्वजा लेकर युवा चल रहे थे। उनके पीछे बैंडबाजे, लगभग एक दर्जन सुसज्जित ई-रिक्शा में आचार्यश्री की जीवनगाथा की तस्वीरें, सागर से आई दल-दल घोड़ी, पाठशाला परिवार के बच्चे एवं दीदियां गणवेश में अनुशासनबद्ध रूप से चलते हुए शोभायात्रा का हिस्सा बने। हाथी पर सवार महायज्ञ नायक परिवार और मुनिसंघ के सामने लेजम नृत्य करते युवा विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इससे पूर्व शांतिनाथ तीर्थक्षेत्र पर भगवान शांतिनाथ, कुंथुनाथ एवं अरहनाथ का महामस्तकाभिषेक मुनिसंघ के सान्निध्य में विधिपूर्वक संपन्न हुआ। वहीं मुनिसंघ की आहारचर्या भी यहीं पूर्ण हुई। दोपहर में समयायिक उपरांत विहार प्रारंभ हुआ। गुना नगर में जगह-जगह तोरणद्वार सजाए गए थे। पुष्पवर्षा, गगनभेदी घोष, भक्ति गीतों से नगर का वातावरण भक्तिभाव से सराबोर हो गया। श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों के बाहर तोरणद्वार, रंगोली सजाकर मुनिसंघ की अगवानी की। मुनिसंघ के यहां से निकलते ही श्रद्धालुओं ने उनकी आरती उतारी और पाद प्रक्षालान किया। इस मौके पर सकल दिगंबर जैन समाज के अलावा समाज के विभिन्न संगठनों ने बढ़चढक़र हिस्सा लिया। जिसमें जैन युवा संगठन ने नगर सज्जा की। वहीं जुलूस में पाश्र्वनाथ बड़ा जैन मंदिर की विद्यासागर पाठशाला के अलावा चंद्रप्रभु जिनालय, वासुपूज्य जिनालय, आदिनाथ जिनालय, शांतिनाथ दिगंबर जैन बाजार मंदिर सहित विभिन्न पाठशालाओं के बच्चों ने जुलूस में भाग लिया। वहीं अहिंसा गु्रप, त्रिमूर्ति महिला मण्डल, दिगंबर जैन सोशल गु्रप, वीर शासन गु्रप, मुनि सेवा संघ, भक्ताम्बर आरती मण्डल आदि ने जुलूस में शामिल हएु। जुलूस के चौधरी मोहल्ला स्थित पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पहुंचने पर मुनिसंघ ने मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद प्रदान किया। तत्पश्चात महावीर भवन में आयोजित धर्मसभा में मंगलाचरण, दीप प्रज्वलन एवं मुनिसंघ को शास्त्र भेंट की परंपरा निभाई गई। गुना जैन समाज अध्यक्ष संजय जैन एवं महामंत्री अनिल जैन अंकल ने बताया कि शीघ्र ही शुभ मुहूर्त में चातुर्मास स्थापना कलश समारोह का आयोजन किया जाएगा। मुनिसंघ के आगमन से नगर में अपूर्व धार्मिक चेतना जागृत हुई है और आगामी चार महीनों तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला जारी रहेगी। सीताराम नाटानी (ईएमएस