04-Jul-2025


रिलीव होने के बाद कार्यपालन यंत्री ने किया था ढाई करोड़ रूपए का भुगतान छिंदवाड़ा जबलपुर (ईएमएस)। रिलीव होने के बाद नियमों को ताक पर रखकर कमीशन खोरी के चक्कर में ढाई करोड़ रूपए से अधिक राशि का भुगतान करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। जिला प्रशासन के संज्ञान में मामला आने के बाद कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने इसकी जांच के लिए शुक्रवार को जिला पंचायत एडिशनल सीईओ पी राजौरिया और मनरेगा परियोजना अधिकारी निशांत सिक्केवाल को मामले की जांच करने भेजा था। जिसके बाद जांच दल द्वारा आरईएस सर्किल-१ और आरईएस सर्किल-२ के सभी एसडीओ और उपयंत्रियों के कार्यों और भुगतान के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई है। जांच टीम इसे लेकर अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रस्तुत करेगी। गौरतलब है कि १० जून को ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग -२ के कार्यपालन यंत्री लालचंद मरावी का छिंदवाड़ा से जबलपुर तबादला हो गया था। जिसके चलते ३० जून को जिला प्रशासन ने उन्हें रिलीव भी कर दिया था। मगर रिलीविंग ऑर्डर मिलने के बावजूद नियमों के विपरीत १ जुलाई को देर रात दफ्तर खुलवाकर एक बड़ी राशि का भुगतान कार्यपालन यंत्री द्वारा किया गया है। इसे लेकर अब मामले की जांच शुरू हो गई है। १ जुलाई की रात हुआ इतना भुगतान ब्लॉक भुगतान उपयंत्री परासिया ३५१५९६२ अमन डेहरिया तामिया ४८०८८९७ हेमंत पिल्ले जुन्नारदेव ३३७१०२८ ख्याति सिंह तामिया ३३२४३४८ ओपी मोर्य तामिया ४८३१६३१ प्रकाश भारिया बिछुआ ५७०८८८८ रविकांत पटले तामिया /जामई १३१९२३७७ सतीश परमार २७ जून को आया बजट ३ दिन में खजाना खाली २७ जून को मनरेगा कमीशनर द्वारा आरईएस में ५ करोड़ से अधिक राशि का बजट भुगतान के लिए दिया गया था। ३० जून तक जिला पंचायत में राशि रूकी रही १ जुलाई की सुबह इसे वितरण करने के लिए जारी किया गया, लेकिन रिलीव होने के बावजूद ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री द्वारा १ जुलाई की रात को ही ढाई करोड़ से अधिक राशि का भुगतान कर दिया गया। ईएमएस / 04 जुलाई 2025