रविवार होगा महामस्तकाभिषेक, मुनिश्री अपने हाथों से लगाएंगे पुजारियों को गंधोदक धोती-दुपट्टा पहने पुजारियों को देख बोले मुनिश्री- 2013 चातुर्मास की वह कमाई है, जो आज भक्तिभाव बनकर तीर्थ में उमड़ रही है गुना (ईएमएस)। बरसते आसमान, पगडंडियों से भरे कच्चे रास्ते और घने जंगलों को पार करते हुए शनिवार को जब निर्यापक मुनिश्री सुधा सागरजी महाराज ससंघ बजरंगगढ़ स्थित शांतिनाथ पुण्योदय अतिशय तीर्थक्षेत्र में पहुंचे, तो वातावरण धर्मानुराग और भक्ति भाव से गूंज उठा। राघौगढ़ में पंचकल्याणक महोत्सव के समापन के उपरांत मुनिश्री ने रुठियाई से विहार आरंभ किया और खडेश्वरी हनुमान मंदिर से दुर्गम और कीचडय़ुक्त मार्ग से होते हुए बजरंगगढ़ पहुंचे। इस कठिन यात्रा में भी सैकड़ों श्रद्धालु उनके साथ पैदल पगडंडियों से होते हुए चले और आस्था की मिसाल पेश की। बजरंगगढ़ पहुंचकर मुनिश्री ने सबसे पहले बाजार स्थित श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद वे शांतिनाथ पुण्योदय तीर्थ पहुंचे, जहां उन्होंने मूलनायक भगवान शांतिनाथ, कुंथुनाथ और अरहनाथ भगवान के दर्शन किए। इस दौरान उनका स्वागत दिव्यघोष, रंगोली और जयकारों से किया गया। तीर्थ पहुंचने पर प्रवचन के दौरान जब मुनिश्री ने धोती-दुपट्टा पहने हुए पुजारियों को भगवान का अभिषेक करने के लिए इंतजार करते देखा, तो भावुक होते हुए बोले 2013 में जब मैं गुना आया था, यह तब की कमाई है जो आज इस तीर्थक्षेत्र पर भक्तों की भक्ति और समर्पण बनकर उमड़ रही है। मुनिश्री के 13 वर्षों बाद बजरंगगढ़ आगमन पर नगर और अंचल के जैन समाज में उल्लास की लहर छा गई। शुक्रवार को गुना में मुनिश्री योगसागरजी महाराज का भी 37 वर्षों बाद आगमन हुआ था, जिनका आगामी चातुर्मास गुना नगर में होगा। अब मुनिश्री सुधासागरजी अशोकनगर की ओर विहाररत हैं, किंतु फिलहाल बजरंगगढ़ में विराजमान हैं। शनिवार को उन्होंने तीर्थ क्षेत्र में चल रहे मंदिर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और अध्यक्ष इंजी एसके जैन, महामंत्री प्रदीप जैन सहित सहित अन्य प्रबंध समिति को दिशा-निर्देश प्रदान किए। 6 जुलाई को होगा भव्य महामस्तकाभिषेक रविवार को प्रात:काल की मंगल बेला में पुण्योदय तीर्थ के मूलनायक भगवान शांतिनाथ, कुंथुनाथ और अरहनाथ का महामस्तकाभिषेक आयोजित होगा। इस अवसर पर मुनिश्री के मुखारविंद से शांतिधारा उच्चरित की जाएगी और उनके करकमलों से गंधोदक अभिषेक का सौभाग्य श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा। इस आयोजन के लिए समिति द्वारा गुना नगर से विशेष बस व्यवस्था भी की गई है, जिससे श्रद्धालु बड़ी संख्या में बजरंगगढ़ पहुंच सकें। इस दौरान शनिवार शाम को मुनिश्री के सान्निध्य में तीर्थ पर जिज्ञासा समाधान का सजीव प्रसारण हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने अपने आध्यात्मिक प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए। सीताराम नाटानी (ईएमएस)