अंतर्राष्ट्रीय
07-Jul-2025


- भारत को 2026 में ब्रिक्स की अध्यक्षता की मेजबानी सौंपी रियो डी जनेरियो,(ईएमएस)। ब्राजील के रियो डी जनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में चीन ने सदस्य देशों से ग्लोबल ऑर्डर में सुधार की अपील की है। चीनी पीएम ली क्यांग ने कहा कि ब्रिक्स देशों को न्यायपूर्ण, समावेशी, प्रभावशाली और सुव्यवस्थित वैश्विक शासन प्रणाली के निर्माण में अहम भूमिका निभानी चाहिए। इस दौरान जारी संयुक्त घोषणा पत्र में सदस्य देशों ने कई वैश्विक मुद्दों पर अपनी स्थिति साफ की। घोषणा पत्र की मुख्य बातें कही गई हैं जिनमें इंडोनेशिया को ब्रिक्स का पूर्ण सदस्य बनाया गया है। बेलारूस, बोलीविया, कजाकिस्तान, क्यूबा, नाइजीरिया, मलेशिया, थाईलैंड, वियतनाम, युगांडा और उज्बेकिस्तान को भागीदार देश का दर्जा दिया गया। चीन और रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत और ब्राजील की बड़ी भूमिका का समर्थन किया। सीओपी30 की सफलता और पेरिस समझौते के क्रियान्वयन में सहयोग की प्रतिबद्धता जताई गई। भारत की सीओपी33 (2028) की मेजबानी की उम्मीदवारी का स्वागत किया गया। भारत को 2026 में ब्रिक्स की अध्यक्षता और 18वें शिखर सम्मेलन की मेजबानी सौंपी जाएगी। एकतरफा प्रतिबंधों को अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के खिलाफ बताते हुए ब्रिक्स ने इनकी आलोचना की। विश्व व्यापार संगठन के नियमों के खिलाफ एकतरफा टैरिफ और प्रतिबंध लगाने के चलन पर चिंता की गई। निष्पक्ष, पारदर्शी और भेदभावरहित वैश्विक व्यापार प्रणाली का समर्थन किया गया। आतंकवाद को धर्म, नस्ल या राष्ट्र से जोड़ने का विरोध किया गया। पहलगाम और ईरान पर हुए हमलों की निंदा की गई। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकियों और संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई। ग्लोबल साउथ के विकास में एनबीडी की बढ़ती भूमिका को सराहा गया। स्थानीय मुद्रा में ऋण, नवाचार, और सतत विकास परियोजनाओं के लिए सहयोग बढ़ाने की बात हुई। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ने वैश्विक शासन में सुधार, जलवायु कार्रवाई, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और निष्पक्ष व्यापार के समर्थन जैसे कई अहम मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण पेश किया है। भारत की सक्रिय भूमिका और 2026 की अध्यक्षता इसे और महत्वपूर्ण बनाती है। सिराज/ईएमएस 07जुलाई25