08-Jul-2025


सिस्टम से नाराज भारत कृषक समाज ने सीएस को भेजा ईमेल जबलपुर, (ईएमएस)। जबलपुर जिले में खाद के वितरण में बहुत अनियमित्ताएं हो रही है| अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा काला बाजारी को बढ़ावा दिया जा रहा है| उर्वरक वितरण में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा नगद उर्वरक वितरण हेतु आन लायन टोकन प्रणाली की व्यवस्था की गई है। जिसमे किसानों को टोल फ्री नंबर 0761 181 पर बुकिंग हेतु कहा जा रहा है, यह सिस्टम ठीक कार्य नहीं कर रहा है, ऐसा लगता है की इसे केवल कुछ खास किसानों की मदद करने के लिए बनाया गया है। इस आशय का आरोप भारत कृषक समाज द्वारा लगाया गया है और समस्या के समाधान के लिए मुख्य सचिव को ईमेल भेजा गया है| ईमेल में भेजी गई शिकायत में कहा गया है कि खाद बाजार में महंगे दामों में बिक रही है। कुछ लोग इसका लाभ ले रहे है। इस पर प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है। इस प्रणाली में पहले तो आम किसान का फोन उठता ही नहीं, और यदि कभी किसी का उठ भी गया तो उसका नंबर आने में कई दिन लगते हैं। वितरण केंद्रों से पहले से ही बुकिंग की जाकर खाद निकाल ली जाती है, आम किसान का नंबर ही नही आ पाता। इसमे प्रभावशाली, दबंग, और कुछ बड़े किसान ही लाभ ले पा रहे हैं, उनको खाद का वितरण हो जाता है, आम और छोटे किसान भटकते रह जाते हैं। सिस्टम में सुधार की मांग मुख्य सचिव से की गई है| भारत कृषक समाज महाकौशल के अध्यक्ष केके अग्रवाल ने मुख्य सचिव को भेजे गए ईमेल में ये भी कहा है कि जबलपुर जिले में कलेक्टर द्वारा खाद के साथ नेनो यूरिया एवं नेनो डीएपी की बॉटल दिये जाने के निर्देश जारी किये गये है। किसानों को जबरजस्ती बोतलें थमाई जा रहीं है। जो की एफ्सीओ 1985 एवं उर्वरक संचलन आदेश तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 का स्पष्ट उलंघन है। एक्ट के अनुसार इस तरह की बाध्यता अवैधानिक है। शिकायत की प्रतिलिपि सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, संभाग कमिश्नर, कलेक्टर जबलपुर को भी भेजी गई हैं| सुनील साहू / मोनिका / 08 जुलाई 2025/ 05.50