09-Jul-2025


- अपने कुनबे को बढ़ने में जुटे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना, (ईएमएस)। बिहार विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट से अब नेताओं का दल बदल शुरू हो गया है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपने कुनबे को बढ़ाने में जुट गए हैं। इसी कड़ी में उनके एक पुराने साथी ने घर वापसी की है। दरअसल बुधवार को पूर्व विधायक और लोजपा नेता रामचंद्र सदा आख़िरकार अपने दर्जनों समर्थकों के साथ अपने पुराने घर जदयू में शामिल हो गए। आपको बताते चलें कि रामचंद्र सदा लंबे समय तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पहले समता पार्टी में और फिर जदयू में रहे। वे जदयू में कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे। महादलित मिशन में उन्हें जिला अध्यक्ष भी बनाया गया था। नीतीश कुमार ने उन्हें 2010 के विधानसभा चुनाव में अलौली से टिकट दिया था। रामचंद्र सदा ने उस चुनाव में दिवंगत रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस को हराया था। लेकिन जब 2015 में उन्हें जदयू से टिकट नहीं मिला तो रामचंद्र सदा ने पार्टी छोड़ दी। इसके बाद वे समय-समय पर कई राजनीतिक दलों में शामिल हुए। जदयू छोड़ने के बाद वे वीआईपी, भाजपा और फिर लोजपा में शामिल हुए। 2020 में लोजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब एक बार फिर रामचंद्र सदा ने अपने समर्थकों के साथ जदयू में वापसी की है। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने उन्हें जदयू की सदस्यता दिलाई। इस अवसर पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि रामचंद्र सदा पूर्व विधायक हैं और टिकट नहीं मिलने के कारण पार्टी छोड़ कर चले गए थे। अब इनकी घर वापसी हो गई है। वे पार्टी के लिए काम करेंगे। वहीं रामचंद्र सदा ने कहा कि वे जदयू को मजबूत करने के इरादे से पुनः लौटे हैं। विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी लेगी। संतोष झा- ०९ जुलाई/२०२५/ईएमएस