राज्य
10-Jul-2025


- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा के बाद कवायद शुरू भोपाल (ईएमएस)। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अब जिलों में कार्यकारिणी को लेकर हलचल तेज हो गई है। कार्यकारिणी की घोषणा जुलाई के अंत तक हो सकती है। सूत्रों के अनुसार जिलाध्यक्षों ने पदों के लिए सूची बनाना शुरू कर दिया है। एक या दो सप्ताह में सभी नाम तय कर सूची पार्टी के प्रदेश मुख्यालय भेजी जाएगी। मप्र भाजपा में जिला अध्यक्षों के चुनाव बीते छह महीने पहले हो चुके हंै। लेकिन कार्यकारिणी अबतक नहीं बन सकी है। जिला लेवल तक की कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए नेताओं में बेचैनी दिखन लगी है। नेता अब अपने अपने विधायकों और सांसदों के दरबार में हाजरी लगाने लगे है। जिला कार्यसमितियों में जातीय संतुलन भी इस बार एक बड़ी चुनौती है, फिलहाल पार्टी के 62 जिलाध्यक्षों में से 30 सवर्ण वर्ग से हैं जिनमें 16 ब्राह्मण, 7 राजपूत और बाकी वैश्य समाज से हैं। 25 अन्य पिछड़ा वर्ग और 7 अनुसूचित जाति-जनजाति से अध्यक्ष चुने गए हैं। साथ ही 7 जिलों में महिला नेत्रियों को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि योग्यतानुसार सभी कार्यकर्ताओं को उचित जिम्मेदारी दी जाएगी। नेताओं की भोपाल दौड़ तेज प्रदेश भाजपा में हेमंत खंडेलवाल की प्रदेशाध्यक्ष पद पर नियुक्ति के बाद अब 62 जिलों में नई कार्यकारिणियों के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिलाध्यक्षों के सामने टीम चयन को लेकर बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। पुराने कार्यकर्ताओं, नए शामिल हुए नेताओं और दूसरे दलों से आए नेताओं को शामिल करने की कोशिश में संतुलन साधना जरूरी हो गया है। जिला स्तर की टीमों में पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ-साथ नए और चुनाव से पहले भाजपा में आए नेताओं को भी जगह देने की मांग उठ रही है। पार्टी के पद जैसे उपाध्यक्ष, महामंत्री, मंत्री सहित मोर्चा व प्रकोष्ठों में शामिल होने के लिए कई नेता पैरवी में लगे हैं। वहीं पिछले दो वर्षों में लगभग ढाई लाख कार्यकर्ता विभिन्न दलों से भाजपा में शामिल हुए हैं। इनमें से अधिकांश कांग्रेस पृष्ठभूमि से हैं। इन नेताओं में सरपंच से लेकर पूर्व विधायक व मंत्री तक शामिल हैं। वे अब जिला संगठन में अपनी भूमिका की अपेक्षा कर रहे हैं। नेताओं की लॉबिंग दरसअल, प्रदेश भाजपा ने दिसंबर तक 62 जिलों के अध्यक्षों का चयन तो कर लिया, लेकिन जिलों में कार्यकारिणी नहीं बन सकी है। जिसके चलते जिला लेवल तक बनाई जाने वाली कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए स्थानीय नेता अब अपने अपने नेताओं से संपर्क साधने में जुटे हुए है। बताया जा रहा है कि कार्यकारिणी में जगह पाने के लिए भाजपा नेता क्षेत्रिय सांसद और अपनी लोकसभा के सांसद से संपर्क करने लगे है। इतना ही नहीं कुछ नेता चाहते है की उनके जिले में उनकी टीम के लोग शामिल हो। इसके लिए भोपाल स्थित प्रदेश कार्यालय तक लॉबिंग शुरू हो गई है। महामंत्री के लिए कशमकश भाजपा सूत्रों की माने तो जिला महामंत्री का पद पाने कि लिए नेताओं में सबसे ज्यादा कशमकश देखी जा रही है। क्योंकि जिला महामंत्री का पद जिले कमेटी में सबसे बड़ा होता है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश के हर जिले में कम से कम 5 से 6 नेता महामंत्री की कुर्सी के लिए दावेदारी ठोक रहे है। ये नेता प्रदेश लेवल के नेताओं से लगातार संपर्क में है, तो कई नेता संघ की बागडोर पकडक़र महामंत्री की जुगत में बने हुए है। सूत्रों का कहना है कि जुलाई माह के अंत तक प्रदेश के कुछ जिलों में कार्यकारिणी बनाई जा सकती है। विनोद / 10 जुलाई 25