वाशिंगटन (ईएमएस)। अमेरिका में ट्रंप प्रशासन को एक नई कानूनी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। एक फिलिस्तीनी-अमेरिकी शख्स, महमूद खलील, ने ट्रंप प्रशासन पर मुकदमा दायर कर 20 मिलियन डॉलर का मुआवजा मांग लिया है। खलील, जो अमेरिका में ग्रीन कार्ड होल्डर हैं, उनका का दावा है कि उन्हें गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया, इसकारण उन्हें भारी नुकसान हुआ। खलील के वकील ने अमेरिकी सरकार पर झूठे मामलों में गिरफ्तारी का आरोप लगाया है और कहा है कि मामले में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं हुआ। वकील के अनुसार, खलील की अमेरिका में उपस्थिति को विदेश नीति के लिए खतरा बताया गया था। खलील को बिना किसी आपराधिक आरोप के 100 दिनों तक हिरासत में रखा गया, और उन्हें अपनी पत्नी के पहले बच्चे के जन्म के समय भी रिहाई नहीं मिली। खलील का कहना है कि अगर वह यह केस जीतते हैं, तब वह मुआवजे की राशि उन लोगों में बांट दूंगा, जिन्हें ट्रंप प्रशासन ने इसी तरह से निशाना बनाया है। हालांकि, खलील पर डिपोर्ट होने का खतरा अभी भी बना हुआ है। क्योंकि अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि खलील ने कुछ यहूदी छात्रों को डराया था। होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के प्रवक्ता का कहना हैं कि खलील को हिरासत में लेना बिल्कुल सही कदम था और उन पर हिंसा के लिए उकसाने, आतंकियों को समर्थन देने और कैंपस की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप हैं। आशीष दुबे / 11 जुलाई 2025