खेल
12-Jul-2025
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- बोले सिर्फ जुर्माना काफी नहीं, पांचों दिन पूरे हों 90 ओवर लंदन (ईएमएस)। लॉर्ड्स के मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में धीमी ओवर गति ने विवाद खड़ा कर दिया है। टेस्ट के दूसरे दिन सिर्फ 75 ओवर ही फेंके जा सके, जबकि पहले दिन 83 ओवर ही कराए गए थे। इस तरह दोनों दिनों में कुल करीब 23 ओवर कम रह गए। इसे लेकर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कड़ी नाराजगी जताई है। वॉन ने कहा है कि सिर्फ जुर्माना लगाने से कुछ नहीं होगा, बल्कि नियम ऐसा होना चाहिए कि टेस्ट मैच के सभी पांचों दिन में 90 ओवर का कोटा हर हाल में पूरा किया जाए। एक मीडिया चैनल से बातचीत में माइकल वॉन ने कहा कि जुर्माना खिलाड़ियों को रोकने का असरदार तरीका नहीं है क्योंकि आज के क्रिकेटर काफी अमीर हैं और उन पर थोड़े-बहुत फाइन का कोई असर नहीं होता। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि जुर्माना लगाना कोई हल है। ये खिलाड़ी बहुत अमीर हैं और उन पर इसका असर नहीं पड़ेगा।” वॉन ने यह भी सवाल उठाया कि आखिर ऐसा क्यों होता है कि पहले चार दिनों में ओवर कोटा पूरा नहीं हो पाता लेकिन पांचवें दिन टीमों को मजबूरी में पूरे 90 ओवर फेंकने ही पड़ते हैं। वॉन ने कहा कि यह कोई नया मामला नहीं है बल्कि पिछले काफी समय से टेस्ट क्रिकेट के लिए यह एक बड़ी समस्या बनी हुई है। वॉन का मानना है कि गर्म मौसम और खिलाड़ियों की चोट के कारण समय जरूर बर्बाद होता है, लेकिन इसके बावजूद ओवर पूरे करने की जिम्मेदारी निभानी ही चाहिए। उनके मुताबिक यह समझ से परे है कि पांचवें दिन तो पूरा कोटा आराम से पूरा किया जाता है मगर बाकी दिनों में इतनी सुस्ती क्यों बरती जाती है। इस बहस ने एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट में ओवर रेट को लेकर कड़े नियमों की जरूरत को रेखांकित किया है। आईसीसी पहले से ही धीमी ओवर गति पर फाइन और अंक कटौती जैसे दंड लगाता रहा है, लेकिन वॉन जैसे दिग्गजों की राय में यह पर्याप्त नहीं है। उनका सुझाव है कि नियम को इतना सख्त बनाया जाए कि कोई भी टीम चाहकर भी दिन में 90 ओवर से कम न करा सके। यह बहस ऐसे समय में हो रही है जब टेस्ट क्रिकेट अपने आकर्षण को बनाए रखने के लिए कई तरह के बदलाव देख रहा है और दर्शक भी चाहते हैं कि उन्हें पूरे दिन का खेल देखने को मिले। डेविड/ईएमएस 12 जुलाई 2025