खेल
12-Jul-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, जिसे ‘क्रिकेट का मक्का’ कहा जाता है, हर क्रिकेटर के लिए बेहद खास माना जाता है। यहां का ऑनर्स बोर्ड खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन की गवाही देता है और इस पर नाम दर्ज कराना किसी भी बल्लेबाज या गेंदबाज के करियर की बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। बल्लेबाजों के लिए इसका मानदंड शतक बनाना होता है, जबकि गेंदबाजों को पारी में 5 या मैच में 10 विकेट लेने होते हैं। भारत के इतिहास में अब तक सिर्फ 10 बल्लेबाज ऐसे हुए हैं जिन्होंने लॉर्ड्स में टेस्ट शतक जड़कर अपना नाम इस प्रतिष्ठित बोर्ड पर दर्ज कराया है। दिलचस्प बात यह है कि इस सूची में न तो सचिन तेंदुलकर जैसे ‘क्रिकेट के भगवान’ का नाम है और न ही मौजूदा दौर के स्टार विराट कोहली का। दोनों ही बल्लेबाज दुनिया भर में अपने बेहतरीन रिकॉर्ड के लिए मशहूर हैं, लेकिन लॉर्ड्स में शतक बनाना उनके लिए भी सपना ही रह गया। वहीं मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम में केएल राहुल ही ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने लॉर्ड्स में पहले टेस्ट शतक लगा चुके है। इस दौरे पर दूसरा टेस्ट शतक लगाकर विशेष सूची में शामिल हो गए हैं। केएल राहुल दिलीप वेंगसरकर के बाद लॉर्ड्स में एक से अधिक टेस्ट शतक बनाने वाले केवल दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। वेंगसरकर ने लॉर्ड्स में सबसे ज्यादा तीन शतक जड़े हैं और यह रिकॉर्ड उनके शानदार करियर की खास पहचान है। लॉर्ड्स में शतक लगाने वाले अन्य भारतीयों में अजीत अगरकर, मोहम्मद अजहरुद्दीन, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, वीनू मांकड़, अजिंक्य रहाणे, रवि शास्त्री और गुंडप्पा विश्वनाथ शामिल हैं। ये सभी दिग्गज खिलाड़ी अपने-अपने दौर में इस ऐतिहासिक मैदान पर शतक बनाकर भारतीय क्रिकेट को गौरवान्वित कर चुके हैं। डेविड/ईएमएस 12 जुलाई 2025