13-Jul-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश वर्मा ने शनिवार को कहा कि दिल्ली सरकार जल्द ही शहर के लिए एक ड्रेनेज मास्टरप्लान को अंतिम रूप देगी। 2021 से इस परियोजना पर काम कर रहे विभाग ने शहर को तीन बेसिनों नजफगढ़ बेसिन, बारापुला बेसिन और ट्रांस यमुना बेसिन में विभाजित किया है और प्रत्येक के लिए निविदाएं जारी की हैं। वर्मा ने कहा दिल्ली ड्रेनेज मास्टरप्लान के लिए सलाहकारों की मसौदा रिपोर्ट अगले 15 दिनों में प्रस्तुत की जाएगी, जिसके बाद इसका अध्ययन किया जाएगा और काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि सलाहकार ड्रेनेज नेटवर्क के लिए एक नया डिज़ाइन प्रस्तुत करेंगे ताकि इसे वर्तमान और भविष्य के दबावों से निपटने में सक्षम बनाया जा सके। अधिकारियों के अनुसार, 1976 में डिज़ाइन की गई दिल्ली की जल निकासी व्यवस्था एक दिन में केवल 50 मिमी वर्षा ही झेल पाती है। जहां दिल्ली जल बोर्ड सीवर नालियों के लिए ज़िम्मेदार है, वहीं लोक निर्माण विभाग मुख्य सड़कों के किनारे बरसाती पानी की नालियों की देखभाल करता है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग नजफगढ़ नाले जैसे बड़े नालों के लिए ज़िम्मेदार है। 2018 में, आईआईटी-दिल्ली ने एक जल निकासी मास्टर प्लान तैयार किया था, लेकिन सरकार ने इसे सामान्य प्रकृति का बताया और कहा कि इसमें कोई स्पष्ट कार्रवाई योग्य बिंदु सुझाए नहीं गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि नवंबर 2021 में, सरकार ने निर्णय लिया कि एक अधिक व्यापक जल निकासी मास्टर प्लान के लिए अनुभवी सलाहकारों को नियुक्त किया जाएगा। वर्मा ने कहा, व्यापक जल निकासी मास्टर प्लान हमें दिल्ली में जलभराव और जल निकासी की समस्याओं के समाधान प्रदान करेगा। वर्तमान में, कई एजेंसियों के अपने अधिकार क्षेत्र में नालियां होने और अपनी आवश्यकताओं के अनुसार नालियां स्थापित करने के कारण समस्याएं हैं, लेकिन चूंकि ज़मीन का स्तर अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होता है, इसलिए यह समस्याएँ पैदा करता है। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा। अजीत झा/ देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/13/ जुलाई /2025