डिब्रूगढ़,(ईएमएस)। असम के डिब्रूगढ़ में अर्जिता फुकन उर्फ बेबीडॉल अर्ची को बदनाम करने के इरादे से बनाई गई फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल और एआई-जनरेटेड मॉर्फ्ड तस्वीरों के वायरल होने के मामले में पुलिस ने आरोपी प्रीतम बोरा को गिरफ्तार कर लिया है। टिनसुकिया निवासी बोरा, फुकन का पूर्व साथी बताया जा रहा है। जानकारी अनुसार फुकन के भाई द्वारा की गई शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी। जांच में पाया गया कि बोरा ने कथित रूप से फुकन की असली तस्वीरों को अमेरिकी एडल्ट स्टार केंड्रा लस्ट के साथ मॉर्फ कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। ये आपत्तिजनक तस्वीरें कई प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गईं, जिससे फुकन की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा। पुलिस ने दी जानकारी पुलिस ने बताया, कि बोरा पिछले कई हफ्तों से फर्जी अकाउंट चला रहा था। गिरफ्तारी के वक्त वह टिनसुकिया के एक किराए के अपार्टमेंट में छिपा हुआ था। उसका फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए गए हैं और फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं। बोरा ने पूछताछ में स्वीकार किया कि यह सब उसने ब्रेकअप के बाद बदले की भावना में किया। किन धाराओं में केस दर्ज? भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत साइबर अपराध, मानहानि, अश्लीलता और गोपनीयता के उल्लंघन से जुड़ी धाराएं लगाई गई हैं। साथ ही, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (आईटी एक्ट) की धाराएं भी जोड़ी जा रही हैं। अर्जिता फुकन ने कहा मैं स्तब्ध थी... फुकन ने कहा, कि मैं स्तब्ध थी जब मेरे दोस्तों ने मुझे ये वायरल तस्वीरें दिखाईं। यह मेरी निजता का घोर उल्लंघन है। मैं चाहती हूं कि इस तरह के अपराधियों को सख्त सजा मिले ताकि और लड़कियां इस तरह की डिजिटल हिंसा से बच सकें। यह मामला एआई और सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल से होने वाले डिजिटल उत्पीड़न की एक चिंताजनक मिसाल है, जो भारत में तेजी से बढ़ रहे साइबर क्राइम के मामलों की ओर इशारा करता है। हिदायत/ईएमएस 13जुलाई25