14-Jul-2025
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- 500 टैक्सी बंद, ई-रिक्शा-ऑटो चालकों ने वसूला मनमाना किराया भोपाल (ईएमएस)। राजधानी में टैक्सी यूनियन की हड़ताल का मिला-जुला असर देखने को मिला। यूनियन ने भले ही 2500 टैक्सियों के पहिए थमने का दावा किया था, लेकिन जमीनी हालात कुछ और है। जानकारी के मुताबिक अब तक 400 से 500 टैक्सियां ही हड़ताल में शामिल हुई, जबकि बाकी टैक्सियां सडक़ों पर नजर आईं या फिर ऐप आधारित सेवा में सक्रिय रहीं। जिन यात्रियों को टैक्सी नहीं मिली उन्होंने ई-रिक्शा और कुछेक खुले ऑटो का सहारा लिया, लेकिन इन चालकों ने मौके का फायदा उठाते हुए 2 से 3 गुना ज्यादा किराया वसूलना शुरू कर दिया। भोपाल रेलवे स्टेशन पर यात्री मोहम्मद जावेद ने बताया कि वह जुमराती बाजार से स्टेशन पहुंचे हैं और उनसे 80 रुपए किराया वसूला गया। जबकि आम दिनों में यह सफर 35 से 40 रुपए में पूरा हो जाता है। अंबेडकर मैदान में जुटे टैक्सी चालक वहीं, अंबेडकर जयंती पार्क में हड़ताल के समर्थन में टैक्सी चालकों और यूनियन पदाधिकारियों का जमावड़ा हुआ। यूनियन पदाधिकारियों ने मंच से सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और मांगों को दोहराया। टैक्सियां बंद होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, खासतौर पर स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टैंड पर। उन्हें साधन तो मिलने पर किराया अधिक देना पड़ा। किराए में बढ़ोतरी को लेकर किसी तरह की प्रशासनिक निगरानी नजर नहीं आई। यूनियन के राष्ट्रीय सचिव नफीसउद्दीन ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन राजधानी सहित प्रदेशभर के टैक्सी चालकों की उपेक्षा और शोषण के खिलाफ है। प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और इसके लिए पुलिस प्रशासन से विधिवत अनुमति ली गई है। ये हैं यूनियन की प्रमुख मांगे शहर में टैक्सी और ऑटो के माध्यम से सफर करने वाले हजारों यात्रियों को आज परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यूनियन की प्रमुख मांगों में अवैध वसूली, अवैध पार्किंग, पार्किंग व्यवस्था, एयरपोर्ट पर प्राइवेट टैक्सी का अतिक्रमण, अवैध टैक्सी सेवाएं, निजी टैक्सी कंपनी में सरकारी दर लागू, फिटनेस मशीन में सुधार, पैनिक बटन के नाम पर अवैध वसूली, यूनियन को स्थायी कार्यालय की आदि मांग शामिल है। विनोद / 14 जुलाई 25