क्षेत्रीय
15-Jul-2025
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जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन के बाद भी चल रहा खेत तालाब निर्माण इंजीनियर, एपीओ, सरपंच, सचिव व रोजगार सहायक मिलकर कर रहे मनमानी अशोकनगर (ईएमएस)। मनरेगा की शुरुआत बेरोजगार गरीबों के कल्याण के लिए की गई थी, लेकिन सरकार के विकास की यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। कहीं फर्जी जाब कार्ड बनाकर गरीबों के हक की रकम अमीरों के हवाले कर दी गई, तो कहीं कागजों में विकास की गंगा बहाकर धन का गबन हुआ। इस भ्रष्टाचार में सबसे आगे जनपद पंचायत चंदेरी की ग्राम पंचायत देवलखो है। यहां मनरेगा में फर्जीवाड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहा है, पूर्व में भी यहां के फर्जीवाड़े की खबरें सुर्खियों में रही है। सोमवार को मनरेगा के तहत पोर्टल पर ग्राम पंचायत देवलखो में सामुदायिक खेत तालाब निर्माण खिरिया नाले के पास देवलखो, सरपंच के खेत के पास तगारी, मेरी माटी मेरा देश के तहत वृक्षारोपण कार्य मिडिल स्कूल एवं आंगनबाड़ी भवन के पास तगारी में चलाया जा रहा था, पोर्टल पर 101 लेबर की डिमांड डाली थी, लेकिन जब धरातल पर जाकर देखा तो वहां न तो कोई कार्य चल रहा था ना ही कोई मजदूर थे। जब इस संबंध में जब एपीओ राम अवतार शाक्य को कॉल लगाया गया तो उन्होंने अटेंड नहीं किया चन्देरी जनपद सीईओ गौरी शंकर राजपूत ने भी काल नहीं उठाया। इससे स्पष्ट है कि सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक इंजीनियर आदि मिलकर गरीबों का हक छीन रहे हैं। ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत फर्जीवाड़ा जारी है और मौका देखकर डिमांड पर प्रजेंट डाल दी जाती है। वहीं अधिकारी चुप्पी साधकर इनकी काली कमाई को सहयोग कर रहे हैं। अभियान के समापन के बाद भी चल रहा काम: उल्लेखनीय है कि बीती 30 जून को मुख्यमंत्री द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन कर दिया है। लेकिन ग्राम पंचायत देवलखो में अभी भी खेत तालाब निर्माण कार्य चल रहा है, ऐसा नहीं कि जनपद पंचायत के सीईओ को इस फर्जीवाड़े और ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार की जानकारी ना हो लेकिन, वह तो आंखें मूंदे, चुप्पी साधे बैठे हैं। इसी के चलते भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद और एपीओ, इंजीनियर, सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक सीईओ की छत्र छाया में मिलकर मनमानी कर रहे हैं। क्षतिग्रस्त शौचालय में दिख रही निर्माण की गुणवत्ता: ग्राम पंचायत में क्षतिग्रस्त शौचालय विकास कार्यों की गुणवत्ता की गवाही स्वयं दे रहा है, सार्वजनिक शौचालय जिस उद्देश्य को लेकर बनाया गया, लेकिन शौचालय क्षतिग्रस्त होने के कारण गांव के लोग उसका उपयोग ही नहीं कर पा रहे। बारिश में भी चल रहा काम: जिले में भारी बारिश का दौर जारी है, ऐसे में मनरेगा के तहत काम चलना हास्यास्पद लगता है, लेकिन फर्जी वाड़ा करने वालों के लिए तो यह सबसे अनुकूल समय है। जब उनके काले कारनामों पर किसी की नजर नहीं जाएगी। ईएमएस/ओमप्रकाश रघुवंशी/ 15 जुलाई 2025