खेल
16-Jul-2025


कोलकाता (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में भारत की हार के लिए शीर्ष क्रम की खराब बल्लेबाजी को दोषी बताया है। गांगुली ने कहा कि इस टीम में काफी प्रतिभा है पर इसके बावजूद उसे हार का सामना करना पड़ा जो निराशाजनक है। इस मैच में भारतीय टीम 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए केवल 170 रन ही बना पायी। गांगुली ने कहा कि यह मैच भारतीय टीम के हाथ में आकर फिसल गया। साथ ही कहा कि अगर शीर्ष क्रम के बल्लेबाज जिम्मेदारी से खेलते तो ऐसा नहीं होता। गांगुली ने कहा कि भारतीय बल्लेबाजी से इस सीरीज में थोड़ी निराशा हुई है। उन्होंने कहा कि टीम को 190 रन बनाने चाहिए थे। गांगुली के अनुसार टीम में मौजूद खिलाड़ी भी इस परिणाम से बेहद निराश होंगे। उन्होंने कहा कि यह इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 2-1 की बढ़त लेने का अच्छा अवसर था बल्लेबाजों ने अपनी गलती से इसे खो दिया। उन्होंने कहा कि यशस्वी जायसवाल एक भी रन नहीं बना पाए जबकि शुभमन गिल और ऋषभ पंत भी दोहरे अंक तक नहीं पहुंच सके। केएल राहुल ने 39 रन बनाए पर उनका विकेट गिरने के बाद टीम की बल्लेबाजी दबाव में आ गयी। गांगुली ने कहा कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने जरा भी संघर्ष नहीं किया। अगर उन्होंने थोड़ा भी धैर्य दिखाया होता तो परिणाम कुछ और होता। उन्होंने यह भी माना कि निचले क्रम के बल्लेबाजों ने रविंद्र जडेजा की अगुवाई में अच्छी बल्लेबाजी कर जुझारु क्षमता दिखायी। जडेजा ने नाबाद 61 रन बनाए और अंत तक खेलते रहे पर बाकी बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे सके। गांगुली ने जडेजा की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने असाधारण बल्लेबाजी की और वह भारत के लिए तब तक खेलते रहेंगे जब तक इस तरह का प्रदर्शन करते रहेंगे। गांगुली ने कहा कि जडेजा लंबे समय से टीम में हैं और अनुभवी होने का लाभ उन्हें मिल रहा है। उनकी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में अनुभव की झलक दिखती है। वह एक खास खिलाड़ी हैं और पिछले कुछ साल में उनकी बल्लेबाजी बेहतर हुई है और इसी कारण टीम के लिए वह फायदेमंद हैं। गिरजा/ईएमएस 16 जुलाई 2025