ब्रिस्बेन,(ईएमएस)। ऑस्ट्रेलिया की 20 वर्षीय शार्लेट समर्स की मेडिकल कहानी इन दिनों सोशल मीडिया और स्वास्थ्य हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। शार्लेट को पिछले एक साल से पेट दर्द और गैस की समस्या महसूस हो रही थी। उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि ये लक्षण दरअसल प्रेग्नेंसी के संकेत थे। जब उन्होंने आखिरकार डॉक्टरी जांच करवाई, तो पता चला कि वे गर्भवती हैं, और खास बात यह कि जानकारी मिलने के महज 17 घंटे के भीतर उन्होंने बच्चे को जन्म भी दे दिया। चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें तो यह मामला क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी का है। एक दुर्लभ स्थिति, जिसमें महिला को गर्भावस्था के आखिरी महीनों तक भी इस बात का कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिलता कि वह प्रेग्नेंट है। क्या होती है क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी? क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी वह स्थिति है जिसमें महिला को प्रेग्नेंसी के क्लासिक लक्षण (जैसे मिस्ड पीरियड्स, पेट का बढ़ना, मॉर्निंग सिकनेस आदि) महसूस नहीं होते। या फिर वे इतने हल्के होते हैं कि महिला उन्हें किसी सामान्य हेल्थ इशू समझ लेती है। यह स्थिति 1,500 से 2,500 महिलाओं में से किसी एक में पाई जाती है। विषय विशेषज्ञ क्वींसलैंड हेल्थ डिपार्टमेंट से जुड़े गाइनेकॉलजिस्ट कहते हैं, कि क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी कई कारणों से हो सकती है, जैसे- हार्मोनल असंतुलन, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, स्ट्रेस या अत्याधिक वजन। कई बार शरीर का रिस्पॉन्स इतना असामान्य होता है कि भ्रूण की गतिविधियां तक महसूस नहीं होतीं। यह मामला मेडिकल साइंस में डिनायड प्रेग्नेंसी या क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी के रूप में वर्गीकृत होता है। इससे जुड़े मामलों में महिला की मेंस्ट्रुअल साइकल कभी-कभी चलती रहती है, जिससे भ्रम बना रहता है। सोशल मीडिया पर लगे आरोप, पेश किए मेडिकल दस्तावेज शार्लेट ने जब यह कहानी टिकटॉक पर साझा की, तो कुछ यूजर्स ने इसे पब्लिसिटी स्टंट और फ्रॉड कहकर ट्रोल किया। इन आरोपों का जवाब देने के लिए शार्लेट ने क्वींसलैंड हेल्थ अस्पताल की रिपोर्ट और डिलीवरी से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक किए। उन्होंने बताया कि उन्हें खुद भी यह स्थिति पूरी तरह असामान्य और चौंकाने वाली लगी। फिलहाल सब ठीक, परिवार खुश शार्लेट और उनके पार्टनर फिलहाल अपने नवजात शिशु के साथ समय बिता रहे हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं। उन्होंने मीडिया से अपील की कि वे इस मेडिकल केस को समझें और अनजाने में हुई गलती मानें, न कि संदेह की नजर से देखें। हिदायत/ईएमएस 17 जुलाई 2025