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17-Jul-2025
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-दुकानें रहीं बंद हुआ चक्काजाम, यात्रियों ने पैदल किया सफर, ट्रेन भी रोकी भुवनेश्वर,(ईएमएस)। ओडिशा में सेक्शुअल हैरेसमेंट मामले में छात्रा की मौत को लेकर विपक्ष ने गुरुवार 17 जुलाई को ओडिशा बंद के दौरान जबरदस्त प्रदर्शन किया है। बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भद्रक में ट्रेन को भी रोक दिया। भुवनेश्वर में यात्री बसों का चक्काजाम रहा, जिससे यात्रियों ने पैदल ही घर तक का सफर तय किया। ओडिशा बंद के दौरान गुरुवार को भद्रक जिले के चेन्नई-कोलकाता हाईवे पर कुछ लोगों ने टायरों में आग लगा दी, इसके चलते ट्रकों की लंबी कतार लग गई। बंद के दौरान हुए प्रदर्शन को देखते हुए आसपास की दुकाने भी स्वत: बंद कर दी गईं थीं। बंद के समर्थन में बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं मयूरभंज की बात करें तो यहां पर भी लोग सड़क पर प्रदर्शन करने उतरे और छात्रा को न्याय दिलाने और कानून व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग करते देखे गए। यहां बताते चलें कि ओडिशा बंद के दौरान हुए प्रदर्शन में कांग्रेस समेत 8 विपक्षी पार्टियां शामिल हुईं। इनमें प्रमुख रुप से बीजू जनता दल, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, मार्क्सवादी सीपीआई(एम), सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया के नेतागण और अनेक कार्यकर्ता प्रदर्शन करते नजर आए। छात्रा ने किया था आत्मदाह दरअसल ओडिशा के बालासोर में फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज की एक 20 वर्षीय छात्रा ने लगातार हो रहे हैरेसमेंट और कोई सुनवाई नहीं होने से तंग आकर 12 जुलाई को खुद को आग लगा ली थी। गंभीर रुप से जल चुकी उक्त छात्रा को इलाज के लिए एम्स ले जाया गया, जहां 14 जुलाई को उसकी दर्दनाक मौत हो गई। राष्ट्रपति मुर्मू छात्रा से मिलने पहुंचीं थीं एम्स राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने पीड़ित छात्रा से 14 जुलाई को ही एम्स के बर्न यूनिट में जाकर मुलाकात की थी। दरअसल राष्ट्रपति मुर्मू दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए भुवनेश्वर एम्स पहुंची थीं। इसी बीच उन्होंने पीड़ित छात्रा के परिवार वालों को भी अच्छे से अच्छा इलाज कराए जाने के प्रति आश्वस्त किया था, लेकिन उसी दिन छात्रा ने दम तोड़ दिया। इस घटना को गंभीर मानते हुए विपक्ष ने ओडिशा बंद का आव्हान किया था, जिसके चलते 17 जुलाई को अधिकांश दुकानें बंद रखी गईं, चक्काजाम भी हुआ और ट्रेन भी रोक दी गई। हिदायत/ईएमएस 17जुलाई25