कलेक्टर ने की शिक्षा संबंधी योजनाओं की समीक्षा बालाघाट (ईएमएस).कलेक्टर मृणाल मीणा ने 17 जुलाई को जिले के सभी विकासखंड के बीआरसी, बीईओ की बैठक लेकर शिक्षा संबंधी योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान ऑनलाइन टीसी जारी नहीं करने वाले स्कूलों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बैठक में कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12वीं तक विद्यार्थियों के नामांकन, पाठ्यपुस्तक वितरण, साईकिल वितरण, एक पेड़ मॉ के नाम अभियान, शिक्षकों की ई-अटेंडेंस, अपार आईडी, छात्रवृत्ति भुगतान, छात्रवृत्ति के लिए ओटीआर पंजीयन की विकासखंडवार समीक्षा की गई। इस दौरान कलेक्टर ने निर्देशित किया कि कक्षा 1 से 12 वीं तक नामांकन की प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण की जाए। कोई भी बच्चा शाला में प्रवेश से वंचित नहीं रहना चाहिए। इसके लिए शाला त्यागी बच्चों एवं उनके परिवारों से सम्पर्क कर उनका शाला में प्रवेश सुनिश्चित करने कहा गया। इस दौरान बताया गया कि कुछ प्राइवेट शालाओं द्वारा ऑनलाइन टीसी जारी नहीं करने के कारण नामांकन की प्रक्रिया में विलम्ब हो रहा है। इस पर जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ऑनलाइन टीसी जारी नहीं करने वाले प्राइवेट स्कूलों के विरूद्ध कार्यवाही करे। जिन शालाओं का डाईस कोड प्राप्त नहीं हुआ है उसके लिए वरिष्ठ कार्यालय से सम्पर्क कर डाइस कोड जारी कराए। पोर्टल पर नामांकन के मामले में जिले की प्रदेश में अच्छी स्थिति होना चाहिए। पोर्टल पर एंट्री नहीं दिखने पर संकुल प्राचार्यों पर की जाएगी कार्यवाही पाठ्यपुस्तक वितरण की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने 2 दिनों के भीतर वितरित की गई पुस्तकों की पोर्टल पर ऑनलाइन एंट्री करने के निर्देश दिए। ऑनलाइन पोर्टल पर पुस्तकों का शत-प्रतिशत वितरण नहीं दिखाए जाने पर संकुल प्राचार्यों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर ने सभी बीआरसी एवं बीईओ को सख्त निर्देश दिये कि 1 सप्ताह के भीतर साईकिलों का वितरण कर पोर्टल पर एंट्री करे। साइकिल वितरण के लिए कहीं भी रुपए लिए जाने की शिकायत मिलती है तो जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। शालाओं का करें सतत निरीक्षण कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी, डीपीसी, बीआरसी, बीईओ, जनशिक्षक एवं संकुल प्राचार्यों को अपने क्षेत्र के स्कूलों का सतत निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने शिक्षकों की ई-अटेंडेंस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बीआरसी एवं बीईओ को निर्देशित किया गया कि यदि कोई शाला निर्धारित समय से बाद में खुलती है और समय से पहले बंद होती है तो वहां के शिक्षकों के विरूद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव जिला कार्यालय भेजे। बीईओ एवं बीआरसी को निर्देशित किया गया कि जब भी वे शालाओं का निरीक्षण करे तो उसक प्रतिवेदन फोटोग्राफ सहित जिला कार्यालय भेजे। यदि संज्ञान में यह बात आएगी कि किसी बीआरसी या जनशिक्षक द्वारा किसी शाला का एक माह से अधिक समय तक निरीक्षण नहीं किया गया है तो उस बीआरसी के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। भानेश साकुरे / 17 जुलाई 2025