बाराबंकी। (ईएमएस)श्रीमती प्रतिमा श्रीवास्तव जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बाराबंकी के दिशा निर्देशन में एवं श्री श्रीकृष्ण चन्द्र सिंह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बाराबंकी की अध्यक्षता में पशु चिकित्सालय, बाराबंकी में पशु कू्ररता एवं पशु संरक्षण विषय पर जागरूकता शिविर का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बाराबंकी के तत्वावधान में आयोजित किया गया। श्री श्रीकृष्ण चन्द्र सिंह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बाराबंकी द्वारा बताया गया कि पशुओं के प्रति क्रूरता, जिसे पशु दुर्व्यवहार, पशु उपेक्षा या पशु क्रूरता भी कहा जाता है, मनुष्यों द्वारा पशुओं को, या तो भूल (उपेक्षा) या जान बूझकर पीड़ा या नुकसान पहुँचाना है। अधिक संकीर्ण रूप से, यह विशिष्ट उपलब्धियों के लिए नुकसान या पीड़ा पहुँचाना हो सकता है, जैसे मनोरंजन के लिए जानवरों को मारना, पशुओं के प्रति क्रूरता कभी-कभी अपने आप में एक अंत के रूप में नुकसान या पीड़ा पहुँचाना शामिल करती है, पशु क्रूरता से संबंधित कानूनों के प्रति अलग-अलग दृष्टिकोण दुनिया भर के विभिन्न न्यायालयों में होते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ कानून भोजन, कपड़े या अन्य उत्पादों के लिए जानवरों को मारने के तरीकों को नियंत्रित करते हैं और अन्य कानून मनोरंजन, शिक्षा, अनुसंधान या पालतू जानवरों के लिए जानवरों को रखने से संबंधित हैं। शिविर के पश्चात् सचिव महोदय के द्वारा चिकित्सालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया तथा पशुपालकों को पशुओं के लिये विटामिन्स एवं दवाओं का भी वितरण किया गया। इस अवसर पर डॉ0 राहुल वर्मा, पशुधन प्रसार अधिकारी, सदर, बाराबंकी, डॉ0 अमित पशु चिकित्साधिकारी, डॉ0 अंकित चिकित्साधिकारी (मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट), डॉ0 रमेश उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, श्री सुरजीत उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, डॉ0 सुधीर उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी तथा विभाग के कर्मचारीगण, पशुपालक एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से कनिष्ठ लिपिक मो0 सलमान, श्री शिवराम उपस्थित रहे।शमीम अंसारी (ईएमएस)बाराबंकी 21 जुलाई। 2025