मॉस्को(ईएमएस)। रूस में बुधवार को आए 8.8 तीव्रता वाले भूकंप की दहशत कम नहीं हुई थी और अब ज्वालामुखी फट गया जिससे लोग और डर गए। यूरेशिया का सबसे ऊंचा ज्वालामुखी, क्लुचेव्स्कॉय सक्रिय हो गया है। बुधवार देर रात ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ है। इससे पहले रूस के सुदूर कामचात्का के पास इस भूकंप ने पूरे प्रशांत महासागर क्षेत्र में तहलका मचा दिया है। भूकंप के कुछ ही घंटों बाद ही क्लुचेव्स्कॉय ज्वालामुखी में विस्फोट शुरू हो गया। रसियन एकेडमी ऑफ साइंस के मुताबिक धधकता हुआ लावा, ज्वालामुखी के पश्चिमी ढलान से नीचे गिरने लगा। अचानक उथले लावा को कई मील दूर से देखा गया। वैज्ञानिकों का कहना है कि भूकंप के बाद इस तरह ज्वालामुखी का सक्रिय होना इस क्षेत्र के लिए असामान्य नहीं है। जानकारी के मुताबिक रूसी तट पर यह खतरनाक भूकंप तड़के सुबह आया, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की के रहने वाले 25 वर्षीय यारोस्लाव ने कहा, “ऐसा लगा जैसे दीवारें कभी भी ढह सकती हैं। कम से कम तीन मिनट तक धरती लगातार कांपती रही। फिलहाल अमेरिका, जापान और रूस सहित कई क्षेत्रों के लिए सबसे बुरा दौर बीत चुका है क्योंकि सुनामी संबंधी चेतावनी के स्तर को कम कर दिया गया है, लेकिन दक्षिण अमेरिका के प्रशांत तट पर चिली और कोलंबिया में नई चेतावनी जारी की गई है। इस बीच रूस के आपातकालीन मंत्रालय ने कामचात्का को लेकर चेतावनी दी है कि भूकंप के बाद के झटकों की आशंका है, जिनकी तीव्रता 7.5 तक हो सकती है। बता दें कि भूकंप के बाद प्रशांत महासागर में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई थी जिसके बाद कई देशों में ऊंची लहरें देखी गई हैं। रूसी वैज्ञानिकों ने इसे 1952 के बाद इस क्षेत्र में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप बताया है। भूकंप समुद्र तट से 19.3 किलोमीटर की गहराई पर आया, जिसका केंद्र 160,000 से अधिक लोगों की आबादी वाले पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से करीब 119 किलोमीटर दूर था। वीरेंद्र/ईएमएस/31जुलाई2025