राज्य
01-Aug-2025


गाजियाबाद (ईएमएस)। गाजियाबाद में रह रहे इंटेलिजेंस ब्यूरो में तैनात अधिकारी और उनकी बहन ने जहर खाकर जान दे दी। इस मामले में कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं होने से भाई-बहन द्वारा सुसाइड करने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। मगर मौसी का आरोप है कि सौतेली मां दोनों बच्चों को प्रताड़ित करती थीं। इसलिए उन्होंने जान दे दी। दिल्ली से सटे गाजियाबाद से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक आईबीऑफिसर और उनकी बहन ने जहर (सल्फास) खा लिया। इससे उनकी मौत हो गई। 28 साल के अविनाश दिल्ली में इंटेलिजेंस ब्यूरो में बतौर अधिकारी तैनात थे। उनकी बहन अंजलि भी एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करती थीं। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। इसलिए पता लगा पाना मुश्किल हो रहा है कि आखिर दोनों ने ये खौफनाक कदम क्यों उठाया? फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है। मामला कविनगर थानाक्षेत्र के गोविंदपुरम इलाके का है। घटना का पता चलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। परिवार सदमे में है। जानकारी के मुताबिक, गोविंदपुरम एच-ब्लॉक निवासी सुखबीर सिंह के 28 साल के बेटे अविनाश कुमार इंटेलिजेंस ब्यूरो के दिल्ली ऑफिस में तैनात थे। अविनाश और उनकी 25 साल की बहन अंजलि ने गुरुवार शाम जहर खा लिया। दोनों की तबीयत बिगड़ने पर परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। वो आनन-फानन में दोनों को लेकर कविनगर स्थित सर्वोदय अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एसीपी कविनगर भास्कर वर्मा का कहना है कि अस्पताल से मीमो प्राप्त होने पर पुलिस को घटना का पता चला। पुलिस ने मौके पर जाकर जांच-पड़ताल की, लेकिन वहां से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। एसीपी का कहना है कि भाई-बहन द्वारा आत्महत्या करने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक भाई-बहन के पिता सुखबीर सिंह भी सरकारी विभाग में अफसर हैं। वहीं, सौतेली मां सरकारी स्कूल में टीचर हैं। बृहस्पतिवार शाम उनकी मां बाहर गई थी। सौतेली मां ने बताया- गुरुवार शाम करीब पांच बजे जब वो वापस आईं तो दोनों बच्चे कमरे में थे। आवाज देने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो उन्हें चिंता हुई। उन्होंने फोन किया तो मोबाइल बंद कमरे में बजता मिला। मां ने कमरे का दरवाजा खोलने का प्रयास किया लेकिन वह अंदर से बंद था। शोर मचाने पर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और दरवाजा काटकर कमरे में दाखिल हुए। वहां दोनों भाई-बहन बेहोशी की हालत में पड़े दिखे। आनन-फानन में दोनों को सर्वोदय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। उधर दूसरी तरफ, अविनाश की मौसी वसुंधरा निवासी रेखा का कहना है-अविनाश की मां की साल 2007 में मौत हो गई थी। उसके बाद सुखबीर सिंह ने दूसरी शादी की। अविनाश और अंजलि उनकी बहन के बच्चे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सौतेली मां दोनों बच्चों को परेशान करती जिससे तंग आकर दोनों बच्चों ने जान दे दी। अजीत झा /देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/01/अगस्त /2025