काबुल(ईएमएस)। आधी रात के बाद जब लोग गहरी नींद में थे, तभी मकान से लेकर बेड तक में कंपन महसूस की गई। भूकंप आने का पता चलते ही चीखपुकार मच गई और लोग घरों से बाहर भागने लगे। दरअसल, अफगानिस्तान में भारतीय समय के अनुसार 2:33 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.5 मापी गई। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही रूस में 8.8 की तीव्रता वाला भूकंप आया था। इसके चलते रूस समेत कई देशों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी। अफगानिस्तान में शनिवार को आधी रात के बाद रिक्टर स्केल पर 5.5 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप भारतीय समयानुसार सुबह 2:33 बजे महसूस किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन से 87 किलोमीटर की गहराई में था। अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन भूकंप के झटके राजधानी काबुल समेत कई इलाकों में महसूस किए गए। एनसीएस के अनुसार, बीते एक हफ्ते में अफगानिस्तान में चार बार भूकंप दर्ज किए गए हैं, जिससे क्षेत्र की भूकंपीय सक्रियता पर चिंता जताई जा रही है। अफगानिस्तान में पिछले कुछ दिनों में चार बार भूकंप के झटके लग चुके हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि इस देश में अक्सर ही भूकंप के झटके क्यों लगते रहते हैं। रेड क्रॉस की मानें तो अफगानिस्तान में शक्तिशाली भूकंपों का इतिहास रहा है। हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला भूगर्भीय रूप से सक्रिय क्षेत्र है, जहां हर साल भूकंप आते हैं। अफगानिस्तान भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के बीच कई फॉल्ट लाइनों पर स्थित है, जिसमें एक फॉल्ट लाइन सीधे हेरात से भी गुजरती है। वीरेंद्र/ईएमएस/02अगस्त2025