गांधीनगर (ईएमएस)| राज्य में मौजूदा वर्षा की स्थिति को देखते हुए आज गांधीनगर में आयोजित कैबिनेट बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। सौराष्ट्र के नागरिकों के हित में राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के बारे में बात करते हुए प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि लंबे समय से हो रही बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति और लोगों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए, सौराष्ट्र के नागरिकों और किसानों को सौनी योजना के माध्यम से नर्मदा के अधिशेष जल से पानी उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। मंत्री ने कहा कि सौराष्ट्र के किसानों का ज्ञापन राज्य सरकार के समक्ष आया था, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है। राज्य के नागरिकों और किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े, समय पर पेयजल और सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सौराष्ट्र के नागरिकों को सौनी योजना के माध्यम से नर्मदा का अतिरिक्त जल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। इस वर्ष गुजरात के कुछ क्षेत्रों में बहुत अच्छी वर्षा हुई है, जबकि अन्य क्षेत्रों में कम वर्षा हुई है। उत्तर गुजरात के कुछ इलाकों में भी बारिश हुई है। मंत्री ने आगे कहा कि अगर उत्तर गुजरात के नागरिकों की ओर से कोई शिकायत आती है, तो स्थिति और पानी की मात्रा को ध्यान में रखते हुए, उन्हें भी सुजलाम सुफलाम के माध्यम से पानी उपलब्ध कराया जाएगा। एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय के बारे में मंत्री ने बताया कि इसके अलावा सौराष्ट्र के कुल 11 जिलों में 8 घंटे के स्थान पर 10 घंटे बिजली आपूर्ति की जाएगी। मंत्री ने कहा कि जामनगर, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, सुरेंद्रनगर, मोरबी, अमरेली, भावनगर, बोटाद, जूनागढ़ और गिर सोमनाथ सहित सौराष्ट्र के 11 जिलों में कुल 10 घंटे की कृषि बिजली आपूर्ति प्रदान की जाएगी। सतीश/06 अगस्त