मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई की साकीनाका पुलिस ने एक अनोखे शर्ट फोटो कोड का खुलासा किया है जिसका इस्तेमाल एक ड्रग गिरोह द्वारा मैसूर स्थित एक निर्माण इकाई से मुंबई तक मेफेड्रोन (एमडी) नामक ड्रग की तस्करी के लिए किया जाता था। यह घटना हाल ही में उजागर हुए 434 करोड़ रुपये के ड्रग मामले से जुड़ी है। बताया गया है कि इस ड्रग्स रैकेट में दो अलग-अलग गिरोह मिलकर काम करते थे। एक गिरोह ड्रग्स को बेंगलुरु पहुँचाता था और दूसरा गिरोह उसे लेने के लिए एक गुप्त संकेत के रूप में एक खास शर्ट की तस्वीर का इस्तेमाल करता था। इस शर्ट कोड का इस्तेमाल मौखिक बातचीत से बचने और पुलिस से बचने के लिए किया जाता था। फिर ड्रग्स को सड़क मार्ग से मुंबई लाया जाता था। यह मामला पवई के एक गोदाम पर छापेमारी के बाद सामने आया, जहाँ पुलिस ने 44 करोड़ रुपये मूल्य का 21.9 किलोग्राम एमडी और रसायन ज़ब्त किया। यह गोदाम एक पेंट वितरण इकाई की आड़ में चलाया जा रहा था। यह कार्रवाई एक बड़ी जाँच का हिस्सा है, जिसके चलते मुंबई, गुजरात और कर्नाटक में कई छापे मारे गए और आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। संजय/संतोष झा- ०६ अगस्त/२०२५/ईएमएस