वाराणसी (ईएमएस)। गंगा नदी के जलस्तर में तीव्र वृद्धि के कारण वाराणसी के निचले क्षेत्रों — जैसे नक्की घाट, कोनिया, शास्त्री ब्रिज, डोमरी आदि — बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। इन क्षेत्रों में जलभराव के चलते यातायात, बिजली, पेयजल और अन्य आवश्यक सेवाएं गंभीर रूप से बाधित हो गई हैं, जिससे आम नागरिकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे संकटपूर्ण समय में एनडीआरएफ की 11वीं वाहिनी, वाराणसी, पूर्ण सक्रियता और समर्पण के साथ राहत कार्यों में जुटी हुई है। उप महानिरीक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में एनडीआरएफ की टीमें लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को अंजाम दे रही हैं। एनडीआरएफ ने स्थानीय प्रशासन, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और अन्य संबद्ध एजेंसियों के सहयोग से तीव्र गति से राहत अभियान प्रारंभ किया है। बाढ़ से प्रभावित परिवारों को खाद्य पैकेट एवं आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है। इस राहत अभियान में रोटरी क्लब वाराणसी रॉयल्स तथा सेंट जॉन्स मदौली एलुमनाई एसोसिएशन ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। क्लब ने न केवल राहत सामग्री उपलब्ध कराई, बल्कि क्लब अध्यक्ष रोटेरियन वरुण मुद्रा और रोटेरियन पुष्प अग्रवाल ने स्वयं राहत वितरण में भाग लेकर सेवा भाव का एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। उनका यह योगदान समाज के प्रति उनकी गहरी संवेदनशीलता और उत्तरदायित्व की भावना को दर्शाता है। उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने कहा एनडीआरएफ का उद्देश्य आपदा की स्थिति में प्रभावित लोगों को शीघ्रतम राहत और सुरक्षा प्रदान करना है। हमारी टीमें पूर्णतः सतर्क और तैयार हैं। हम बाढ़ की स्थिति पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं और आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त संसाधनों की तैनाती के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। डॉ नरसिंह राम / 07 अगस्त 25