क्षेत्रीय
07-Aug-2025
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भोपाल (ईएमएस)। राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो प्रादेशिक कार्यालय, भोपाल द्वारा दिनांक 07 अगस्त 2025 को गांधी भवन न्यास में गांधी की खादी: वर्तमान और भविष्य विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में डॉ. संजय सिंह (सचिव, केंद्रीय गांधी स्मारक निधि, नई दिल्ली), राजेश बादल (वरिष्ठ पत्रकार/कोषाध्यक्ष, गांधी भवन न्यास, भोपाल), सुश्री विशाखा अग्रवाल (विभाग प्रमुख, फैशन डिजाइनिंग, निफ्ट, भोपाल) मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। पत्र सूचना कार्यालय एवं केंद्रीय संचार ब्यूरो भोपाल के प्रमुख प्रशांत पाठराबे ने मुख्य अतिथियों का स्वागत किया। संगोष्ठी के दौरान डॉ. संजय सिंह ने कहा कि भारत के कारीगरों में हुनर की कोई कमी नहीं है। उन्हें लोगों के प्रोत्साहन और संरक्षण की आवश्यकता है। हस्तरकघा से कलात्मक वस्त्र बनाने में बहुत समय और परिश्रम लगता है। उसकी तुलना में देखेंगे तो आपको वे वस्त्र महंगे नहीं लगेंगे। उन्होंने खादी और हस्तकरघा के कपड़ों में मिलावट से सावधान रहने की भी बात कही। श्री राजेश बादल ने कहा कि खादी के जरिए महात्मा गांधी ने एक ऐसा आंदोलन खड़ा किया जो अपने देश में बने वस्त्रों के उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित करता था। गांधी जी ने इस काम को आगे बढ़ाया और आज हमारी खादी एवं हमारा हथकरघा फिर से दुनियाभर में लोकप्रिय हो रहा है। सुश्री विशाखा अग्रवाल ने स्किल इंडिया और मेक इन इंडिया जैसे अभियानों का उल्लेख करते हुए बताया कि इन पहलों ने हस्तशिल्प एवं हथकरघा उद्योग को नई ऊर्जा प्रदान की है। उन्होंने हथकरघा के उभार में महिलाओं के अहम योगदान का भी जिक्र किया। उन्होंने बनारसी साड़ियों का उदाहरण देते हुए जीआई टैग के महत्व के बारे में भी बताया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। संगोष्ठी के उपरांत चित्रकला और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किए गए। इस अवसर पर उपनिदेशक शारिक नूर, सहायक निदेशक अजय प्रकाश उपाध्याय, सहायक निदेशक समीर वर्मा, सहायक निदेशक सुश्री करिश्मा पंथ, एसपीए भोपाल के एसोसिएट प्रोफेसर सौरभ पोपली सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। मंच संचालन सहायक निदेशक पराग मांदले ने किया।