- डब्ल्यूटीओ के अनुसार, वर्ष 2026 में व्यापार वृद्धि की रफ्तार घटकर 1.8 प्रतिशत रह सकती है नई दिल्ली (ईएमएस)। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने अनुमान जताया है कि वर्ष 2025 में वैश्विक वस्तु व्यापार में 0.9 प्रतिशत की वृद्धि होगी। यह अप्रैल में जताए गए 0.2 प्रतिशत की गिरावट के अनुमान से बेहतर है, लेकिन शुल्क वृद्धि से पहले अनुमानित 2.7 प्रतिशत वृद्धि से काफी कम है। संगठन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए ऊंचे शुल्कों के कारण अमेरिका में माल का त्वरित आयात हुआ, जिससे व्यापार में अस्थायी तेजी आई। हालांकि डब्ल्यूटीओ ने चेताया है कि ये शुल्क व्यापार पर दीर्घकालिक रूप से प्रतिकूल असर डालेंगे। डब्ल्यूटीओ के अनुसार, वर्ष 2026 में व्यापार वृद्धि की रफ्तार घटकर 1.8 प्रतिशत रह सकती है, जबकि पहले यह 2.5 प्रतिशत अनुमानित थी। बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिकी नीतियों के कारण वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता बढ़ी है, जिससे निवेश और आपूर्ति श्रृंखलाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। भारत के संदर्भ में यह स्थिति थोड़ी सकारात्मक नजर आ रही है। जून 2025 में भारत का निर्यात 35.14 अरब डॉलर पर स्थिर रहा, जबकि व्यापार घाटा घटकर 18.78 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले चार महीनों में सबसे कम है। विशेषज्ञों के अनुसार यह भारत के लिए शुभ संकेत है, विशेषकर तब जब एशियाई अर्थव्यवस्थाएं 2025 में व्यापार वृद्धि में अहम भूमिका निभाएंगी। हालांकि, डब्ल्यूटीओ ने चेतावनी दी है कि 2026 में एशिया का योगदान घट सकता है और उत्तरी अमेरिका का प्रभाव नकारात्मक रहेगा। ऐसे में भारत को वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच सतर्क रहते हुए अपने निर्यात और आपूर्ति शृंखलाओं को मजबूत करना होगा। सतीश मोरे/09अगस्त ---