नई दिल्ली (ईएमएस)। आवारा कुत्तों के आतंक से यमुनापार के लोग दुखी हैं। अस्पतालों में कुत्ता काटने के मरीजों की लाइन देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस हद तक लोग पीड़ित हैं। जीटीबी, जग प्रवेश चंद्र अस्पताल, एलबीएस, डॉ. हेडगेवार समेत अन्य अस्पतालों में मिलाकर एक दिन में कुत्ते के काटने के करीब चार सौ मरीज रेबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए जाते हैं। शाहदरा, पूर्वी और उत्तरी पूर्वी जिले में इस साल कुत्ते के काटने की 20 केस दर्ज हुए हैं। कुत्तों के आतंक पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्थानीय लोग सराहनीय बता रहे हैं। लोगों का कहना है हर एक क्षेत्र में आए दिन कोई न कोई व्यक्ति कुत्तों का शिकार हो रहा है। दो पहिया वाहन चालकों व राहगीरों पर झूंड बनाए हुए कुत्ते झपट जाते हैं। अजीत झा /देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/13/अगस्त /2025