राज्य
13-Aug-2025
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नरेंद्र मोदी और अमित शाह लोकतंत्र को खत्म करने में लगे हुए हैं- तेजस्वी प्रसाद यादव पटना, (ईएमएस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपने आवास 01 पोलो रोड, पटना में पार्टी नेताओं के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहीं कोई करिश्मा नहीं है ये चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं के बल पर धांधली और हेराफेरी कर, वोटो की चोरी करके सरकार बना रहे हैं। बिहार में चुनाव आयोग को माध्यम बनाकर 65 लाख मतदाताओं के नाम काटकर भाजपा और एनडीए को मदद पहुंचाने के लिए कार्य किये जा रहे हैं। जिनके नाम ड्राफ्ट सूची में तो हैं लेकिन दस्तावेज जमा नहीं है, उनके नाम भी बाद में काटे जाएंगे। जो मुंबई, दिल्ली और अन्य राज्यों रहते हैं वह बार-बार तो आएंगे नहीं, क्योंकि रोजी-रोटी कमाने के लिए गए हुए हैं । उन्होंने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है और यहीं से लोकतंत्र को समाप्त करने की साजिश चल रही है। जब चुनाव आयोग से एसआईआर पर सवाल खड़ा किए जाते हैं तो उसपर चुनाव आयोग के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया जाता है। सच और सच्चाई यह है कि बिहार में वोट की डकैती हुई है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय में मामला चल रहा है और और कल जब सुनवाई के दौरान जिनका नाम मृतक की सूची में था वह लोग कल माननीय न्यायाधीश के सामने जिंदा सबूत के तौर पर अपने आप को प्रस्तुत किया और चुनाव आयोग की जो खामियां रही है ,वह स्पष्ट रूप न्यायाधीश ने भी अपनी आंखों से देखा। तेजस्वी ने आगे कहा कि जहां केंद्र सरकार और भाजपा पहले ईडी, सीबीआई, आईटी के माध्यम से विपक्षी दलों को साधने का काम करती थी, वहीं अब चुनाव जीतने के लिए अपने प्रकोष्ठ के तौर पर चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि जब हमने उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के मामले को संज्ञान में लाया उसके बाद ही उन्हें नोटिस दिया गया, वह भी एक ही जिला से जबकि उनको नोटिस दोनों जिला से मिलना चाहिए था। चुनाव आयोग द्वारा बार-बार यह कहना कि विपक्षी दल के द्वारा कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराया गया है तो चुनाव आयोग को यह बात समझनी चाहिए कि जब विपक्षी दल इतने बड़े वोट डकैती पर सुप्रीम कोर्ट गया हुआ है तो समझ सकते हैं कि कितनी बड़ी धांधली चुनाव आयोग के माध्यम से की जा रही है। चुनाव आयोग जिस तरह से कार्य कर रही है ,उससे ही स्पष्ट होता है की पूरी तरह से भाजपा और एनडीए को फायदा पहुंचाने का खेल खेला जा रहा है। भाजपा के बिहार प्रभारी भिखूभाई भी पटना के वोटर बन गए हैं, इससे पहले वह गुजरात के चुनाव में वोट दिए थे। तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि देश में किस तरह से चुनाव आयोग के द्वारा कार्य किये जा रहे हैं, चंडीगढ़ मेयर के चुनाव में सभी लोगों ने अपनी आंखों से देखा कि किस तरह से धांधली की गई, वो तो सीसीटीवी के कारण मामले पकड़े गये। तेजस्वी ने आगे कहा कि एसआईआर के मामले में लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। मोदी जी और अमित शाह मिलकर लोकतंत्र को खत्म करने में लगे हुए हैं। अमित शाह यह बताएं की चुनाव आयोग ने जब अपने हलफनामा में घुसपैठियों की बात नहीं कही है तब गृह मंत्री इस तरह का गैर जिम्मेदाराना बयान क्यों दे रहे हैं ? उन्हें यह भी बताना चाहिए कि जब 11 साल से केंद्र में भाजपा के नेतृत्व में सरकार चल रही है तो घुसपैठियों देश में कहां से आ गए। अगर घुसपैठिए कहीं आए हैं तो इसके लिए भारतीय जनता पार्टी और अमित शाह जिम्मेदार हैं। उन्होंने आगे कहा कि 17 अगस्त से रोहतास से वोट अधिकार यात्रा शुरू की जाएगी जिसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, मैं और इंडिया महागठबंधन के सभी दलों के नेता भी वोट अधिकार यात्रा में शामिल रहेंगे। जब 300 सांसद चुनाव आयोग से मिलने के लिए जाते हैं तो चुनाव आयोग नहीं मिलता है। सुझाव और शिकायत सुनी नहीं जा रही है। बड़ा मुद्दा यह है कि जिस तरह से वोट काटकर बिहार में मतदाताओं के अधिकार छीने जा रहे हैं और उनके अधिकार पर डकैती की जा रही है। तो चुनाव आयोग इस मामले पर मौनी बाबा क्यों बना हुआ है। राष्ट्रीय जनता दल और महागठबंधन इस मामले में चुप नहीं बैठेगा और लोकतंत्र की मजबूती के लिए हर स्तरपर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के दो ईपिक मामलों का खुलासा करने के बाद आज एक और खुलासा मुजफ्फरपुर की मेयर और भाजपा की बड़ी नेत्री श्रीमती निर्मला देवी के संबंध में बताया कि इनके पास एक दो EPIC ID- REM1251917 और GSB1835164 है। इनके एक ही विधानसभा में दो अलग अलग बूथ पर दो अलग-अलग वोट है। दो अलग-अलग ईपिक कार्ड में इनकी दो अलग-अलग उम्र है। एसआईआर में इन्होंने दो अलग अलग गणना फॉर्म भरे ,मतदाता सूची पुनरीक्षण में इन्होंने दो अलग अलग फॉर्म पर दो अलग अलग साइन किए होंगे? इन दो अलग-अलग फॉर्म पर चुनाव आयोग ने साइन किए कि मेयर ने ख़ुद साइन किए। चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित नई ड्राफ्ट सूची में दो अलग अलग ईपिक कार्ड के साथ, दो अलग-अलग उम्र के साथ, एक ही विधानसभा में इनके दो अलग अलग वोट कैसे बन गए? ये चुनाव आयोग की मिलीभगत से यही नहीं रुकी- इनके दो देवर है- मनोज कुमार और दिलीप कुमार सुपुत्र श्री अशर्फ़ी लाल। उनके भी दो दो अलग-अलग ईपिक कार्ड के साथ दो दो अलग-अलग बूथ में दो दो अलग-अलग वोट बने है। जब चुनाव आयोग एक ही विधानसभा में ख़ुद ऐसा कर रहा है तो फिर एसआईआर का क्या मतलब? इसका अर्थ है कि चुनाव आयोग बीजेपी समर्थकों के एक ही घर में अनेक फर्जी वोट बनवा रहा है। चुनाव आयोग विपक्ष के वोट काटने में युद्ध स्तर पर काम कर रहा है और बीजेपी के पक्ष में जोड़े जा रहा है। बताइए बड़े बड़े लोगों का एक ही विधानसभा में दो अलग-अलग ईपिक कार्ड, दो अलग-अलग उम्र के साथ दो अलग-अलग वोट कर दे रहा है। यह चुनाव आयोग की बेईमानी नहीं है तो क्या है? बिहार की जनता 2020 से जानती है कि ये लोग वोट चोर है। मात्र 12,756 वोट के अंतर से धांधली कर इन्होंने हमें 15 सीटों में जबरन चुनाव हरवा दिया। अबकी बार जनता इनका ऐसा इलाज करेगी और भगाएगी कि इनके साथ साथ इनकी आने वाली नस्लें भी याद रखेंगी। इस संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ.सुनील कुमार सिंह, पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता, शिवचंद्र राम, प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव एवं प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद भी उपस्थित थे। संतोष झा- १३ अगस्त/२०२५/ईएमएस