मुंबई, (ईएमएस)। सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों को इस वर्ष के गणेशोत्सव के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत द्वारा दुनिया को दिखाई गई शक्ति और स्वदेशी उत्पादों के उपयोग के बारे में जन जागरूकता पैदा करनी चाहिए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों से प्रशासन के साथ समन्वय करके इस गणेशोत्सव को शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाने की अपील की और यह भी अपेक्षा व्यक्त की कि ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित दृश्य जवानों को समर्पित किए जाएँगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रशासन को गणेशोत्सव के दौरान गणेश भक्तों को किसी भी समस्या का सामना न करने के लिए कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। सार्वजनिक गणेशोत्सव के अवसर पर मुंबई में सह्याद्री अतिथि गृह में कानून-व्यवस्था की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित की गई थी। इस समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने यह अपील की। बैठक में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, गृह राज्य मंत्री (ग्रामीण) डॉ. पंकज भोयर, गृह राज्य मंत्री (शहरी) योगेश कदम, मुख्य सचिव राजेश कुमार, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव इकबाल सिंह चहल, पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला, मुंबई के पुलिस आयुक्त देवेन भारती, प्रमुख सचिव (विशेष) अनूप कुमार सिंह, मुंबई महानगरपालिका आयुक्त भूषण गगरानी, सार्वजनिक गणेशोत्सव समन्वय समिति के अध्यक्ष गणेश दहीबावकर आदि उपस्थित थे। सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की तरह मूर्ति निर्माताओं को भी लगातार पाँच वर्षों तक अनुमति प्रदान करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मूर्ति निर्माता इन लाइसेंसों का हर साल नवीनीकरण करवाएँ। अनुमति के लिए महानगरपालिका द्वारा शुरू की गई कंप्यूटर प्रणाली पर आधारित एकल खिड़की योजना का लाभ उठाया जाए। उन्होंने गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए कृत्रिम झीलों की संख्या और समुद्र तट पर गहरे समुद्र में ऊँची प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए नावों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने गणेशोत्सव को राजकीय उत्सव का दर्जा दिया है। इसलिए इस उत्सव को मनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर और विस्तृत योजना बनाई गई है। पिछले वर्ष गणेशोत्सव मंडलों को दी गई सभी रियायतें इस वर्ष भी बरकरार रखी जाएँगी। इस उत्सव को मनाते समय कानून का उचित पालन किया जाना चाहिए। चूँकि ईद-ए-मिलाद का त्योहार भी गणेशोत्सव के दौरान पड़ता है, इसलिए समन्वय के साथ धार्मिक सद्भाव बनाए रखते हुए इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि कहीं भी कानून-व्यवस्था न बिगड़े। गणेशोत्सव के दौरान लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति के दिनों को बढ़ाने के लिए न्यायालय के अधीन सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी। सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों के कार्यालयों के लिए संपत्ति कर लगाते समय, यह भी निर्णय लिया गया कि यदि मंडल प्रशासन को लिखित रूप से देते हैं कि इन कार्यालयों का उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए नहीं किया जा रहा है, तो ऐसे मंडलों के कार्यालयों पर संपत्ति कर नहीं लगाया जाएगा। संजय/संतोष झा- १४ अगस्त/२०२५/ईएमएस