वॉशिंगटन(ईएमएस)। कूटनीति के लिए अलास्का की बैठक सैन्य ताकत का केंद्र तब और भी ज्यादा बन गई जब ट्रंप के साथ रेड कॉर्पेट पर जाते पुतिन के सिर के ठीक ऊपर से अमेरिका का बी-2 स्टील्थ बॉम्बर गुजरा। इसकी दहाड़ इतनी तेज थी कि राष्ट्रपति पुतिन खुद को ऊपर देखने से रोक नहीं पाए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में हुई मीटिंग की चर्चा दुनिया भर में है। लेकिन यह बैठक केवल शांति समझौते के लिए ही नहीं बल्कि अमेरिका के हल्के शक्ति प्रदर्शन का भी केंद्र बन गई। सोशल मीडिया पर ट्रंप और पुतिन के हाथ मिलाने के दौरान साथ में नजर आ रहे बी-2 बॉम्बर्स और एफ-22 रैप्टर जेट विमानों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। विमानों की तरफ देखने के लिए जैसे ही पुतिन ऊपर देखते हैं, ट्रंप उनका ध्यान अपनी ओर बटा लेते हैं। इसके बाद दोनों नेता एक लिमोजीन में सवार होकर बैठक के लिए रवाना हो गए। गौरतलब है कि दोनों नेताओं ने रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के लिए अलास्का के एक सैन्य अड्डे पर बातचीत की थी। इस बैठक के पहले ट्रंप ने कहा था कि वह यूक्रेन की तरफ से बात करने के लिए नहीं आए हैं। वह केवल दोनों पक्षों को बातचीत की टेबल पर लाने के लिए आए हैं। इस मीटिंग के बाद यूक्रेन को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा। अब मॉस्को बनेगा शांति वार्ता का अगला मंच? अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में हुई बैठक करीब तीन घंटे तक चली, लेकिन इस दौरान यूक्रेन युद्धविराम का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। दोनों नेता बंद कमरे में मिले और वार्ता के दौरान कोई फाइनल समझौता नहीं हुआ, लेकिन पुतिन ने अगले राउंड की वार्ता मॉस्को में कराने का प्रस्ताव रखा। मीटिंग के बाद दोनों नेताओं ने सिर्फ 12 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रम्प ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारी बैठक बहुत सकारात्मक रही। हमने कई बिंदुओं पर सहमति जताई, लेकिन कोई डील नहीं हुई। कोई समझौता तभी होगा जब वह अंतिम रूप लेगा। वहीं, पुतिन ने कहा कि उनके लिए रूस की सुरक्षा जरूरी है। उन्होंने अगली मीटिंग मॉस्को में करने का सुझाव दिया। अपनी बात कहने के बाद दोनों नेता तुरंत मंच से चले गए। वीरेंद्र/ईएमएस/16अगस्त2025