नई दिल्ली,(ईएमएस)। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से एलोपैथी को निशाना बनाने वाली दाखिल याचिका और भ्रामक विज्ञापन के मामले में रामदेव और पतंजलि को शीर्ष अदालत से राहत मिली है। अदालत के फैसले पर रामदेव ने कहा कि हम लोगों ने योग और आयुर्वेद की डोर बहुत ऊंची उड़ा रखी थी। कुछ लोग इस डोर को कटाना चाहते थे। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने वह केस ही कट कर दिया। बाबा रामदेव ने कहा, हमारे ऋषियों की बहुत बड़ी विरासत है। हम लोगों ने योग-आयुर्वेद की डोर बहुत ऊंची उड़ा रखी थी। इसकी डोर खुद भगवान के हाथ में है। कुछ लोग इसकी डोर को काटने में लगे थे। सुप्रीम कोर्ट ने खुद उस केस को ही कट दिया। उन्होंने कहा कि पांच साल के बाद आज हमें खुलकर बोलने का मौका मिला है। बाबा रामदेव ने कहा, ये लोग रोज भ्रम पैदा करते थे, योग-आयुर्वेद को बदनाम करते थे। जितने भी ड्रग माफिया, मेडिकल माफिया थे, सभी की बोलती बंद हो गई। उन्होंने कहा, मैं सभी से कहना चाहता हूं कि अपने सनातन धर्म से फिर जुड़िए, योग-आयुर्वेद से जुड़िए, अपनी जड़ों से जुड़कर बीमारियों को जड़ से मिटाओ और एक स्वस्थ्य-सुखी-सफल जीवन जीओ। हमें ऋषियों की इतनी बड़ी विरासत मिली है। आशीष दुबे / 16 अगस्त 2025