इंदौर (ईएमएस)। मध्यप्रदेश को भारत के तकनीकी नक्शे पर एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। राज्य में पहली बार, एमपी-ग्लोबल स्टार्ट-अप एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पाँच अग्रणी जर्मन तकनीकी कंपनियों का एक प्रतिनिधिमंडल 18 से 22 अगस्त तक इंदौर, उज्जैन और भोपाल का दौरा करेगा। इस पहल का उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और तकनीकी इको-सिस्टम को विकसित करना है, जिससे राज्य में टेक्नोलॉजी से ट्रांसफॉर्मेशन के एक नए युग का आगाज हो सके। यह कार्यक्रम राज्य सरकार द्वारा इनोवेशन और अनुसंधान को बढ़ावा देने की दिशा में एक अभूतपूर्व कदम है, जो उद्योग की तेज प्रगति के साथ-साथ एक मजबूत तकनीकी आधारशिला रखने पर केंद्रित है। इस प्रतिनिधिमंडल में एआई-आधारित डेटा इंटीग्रेशन में विशेषज्ञ Tilores, एआई वर्कफ़्लो ऑटोमेशन तकनीक की प्रदाता Talonic, IoT और कनेक्टिविटी समाधानों की अग्रणी Staex, एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में कार्यरत Q-nnect AG और डॉक्यूमेंट प्रोसेसिंग में विशेषीकृत CloudSquid शामिल हैं। यह दौरा 18 अगस्त को इंदौर के आईटी पार्क स्थित InfoBeans के मुख्यालय में रणनीतिक चर्चा के साथ शुरू होगा, जिसके बाद आईआईटी इंदौर और उज्जैन में टेक उद्यमियों से मुलाकात होगी। अंत में यह दल भोपाल में उद्योग विभाग के उच्च अधिकारियों और प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से चर्चा करेगा। यह पहल आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और डिजिटल इंडिया की नीतियों के अनुरूप है। इस दौरे से तत्काल 15 से 20 B2B व्यावसायिक बैठकें और कई तकनीकी साझेदारी समझौतों के साथ अंतरराष्ट्रीय निवेश के नए अवसर खुलने की उम्मीद है। दीर्घकालिक तौर पर, इससे हजारों उच्च-कौशल रोजगार के अवसर पैदा होंगे, युवाओं के लिए वैश्विक तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होंगे और स्थानीय स्टार्टअप्स को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार तक पहुँच मिलेगी। यह कार्यक्रम इन्क्यूबेशन मास्टर्स (IM) और जर्मनी इंडिया इनोवेशन कॉरिडोर (GIIC) के सहयोग से आयोजित हो रहा है, जो मध्यप्रदेश को एक ग्लोबल टेक हब बनाने की दिशा में पहला महत्वपूर्ण कदम है। प्रकाश/16 अगस्त 2025