मास्को,(ईएमएस)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अलास्का में हुई बातचीत के बाद कहा कि रूस यूक्रेन में शत्रुता को जल्द शांतिपूर्ण तरीकों से खत्म करना चाहता है। मीडिया रिपोर्ट में क्रेमलिन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक पुतिन ने ट्रंप के साथ अलास्का में हुई बातचीत के बाद रूस के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक में कहा कि रूस अमेरिकी प्रशासन के रुख का सम्मान करता है, जो यूक्रेन में शत्रुता को जल्द खत्म करने की जरुरत पर बल देता है। पुतिन ने कहा कि रूस सभी मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीकों से हल करने की इच्छा रखता है। उन्होंने ट्रंप के साथ अलास्का में हुई बातचीत को समय पर और बहुत उपयोगी बताया। पुतिन ने कहा कि इस मुलाकात में रूस-अमेरिका सहयोग के करीब सभी क्षेत्रों पर चर्चा हुई, जिसमें यूक्रेन संकट के निष्पक्ष समाधान की संभावना भी शामिल थी। उन्होंने कहा कि ट्रंप के साथ बातचीत बहुत अच्छी रही और हमें जरुरी फैसलों के करीब ले गई। बता दें पुतिन ने शुक्रवार को ट्रंप के साथ अलास्का शिखर सम्मेलन के दौरान कीव के साथ मास्को के युद्ध को खत्म करने की शर्त के रूप में यूक्रेन को पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र से हटने की मांग रखी। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने शनिवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं को फोन करके पुतिन की मांग से अवगत कराया। उन्होंने यूक्रेन और यूरोप से मास्को से युद्धविराम सुनिश्चित करने के प्रयासों को छोड़ने की अपील की। बता दें रूस का एक दशक से भी ज्यादा समय से डोनेट्स्क क्षेत्र पर आंशिक नियंत्रण है। अगर पुतिन की मांग मान ली जाती है, तो उन्हें उस क्षेत्र पर नियंत्रण मिल जाएगा जहां पिछले साल नवंबर से युद्ध में उनकी सेनाओं ने सबसे ज्यादा बढ़त हासिल की है। पुतिन ने ट्रंप से साफ कहा कि यूक्रेन संघर्ष के मूल कारणों को दूर करना उनकी मुख्य मांग है, जो अभी भी बरकरार है। पुतिन ने विशेष रूप से नाटो के पूर्वी विस्तार को खत्म करने की मांग दोहराई, जिसका मतलब है कि यूक्रेन को नाटो गठबंधन में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन अगर वह मूल कारणों को दूर करने के लिए संतुष्ट हैं, तो वह क्षेत्र समेत अन्य मुद्दों पर समझौता करने को तैयार हैं। बता दें पुतिन और ट्रंप ने 15 अगस्त को अलास्का के अमेरिकी शहर एंकोरेज में अपनी बातचीत पूरी की, लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका। करीब तीन घंटे तक चली बातचीत मुख्य रूप से यूक्रेन संकट पर केंद्रित रही। इसके अलावा हाल के वर्षों में काफी हद तक ठप पड़े द्विपक्षीय संबंधों को नया रूप देने पर भी बातचीत हुई। सिराज/ईएमएस 17अगस्त25