26-Aug-2025
...


नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय घरों के तुलसी का पौधा धार्मिक अनुष्ठानों का अहम हिस्सा होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है। तुलसी की हर किस्म की अपनी खास पहचान, सुगंध और औषधीय महत्व है। तुलसी की कई किस्में होती हैं, जिनमें राम, श्याम, कपूर, वन और दक्षिण-पूर्व एशिया की देवना तुलसी शामिल हैं। वैज्ञानिक अध्ययनों से भी तुलसी के महत्व की पुष्टि होती है। अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, 24 अलग-अलग शोधों में तुलसी के सेवन से स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर देखने को मिला। ये अध्ययन पबमेड, गूगल स्कॉलर और अन्य शोध पत्रों से लिए गए थे। निष्कर्षों में सामने आया कि तुलसी डायबिटीज, हृदय रोग, तनाव और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में सहायक है। खास बात यह रही कि किसी भी अध्ययन में तुलसी के सेवन से कोई गंभीर दुष्प्रभाव सामने नहीं आया। राम तुलसी की हरी पत्तियां और मीठी सुगंध रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और खांसी-सर्दी में राहत देने में मददगार होती हैं। आयुर्वेद में इसका विशेष महत्व है। वहीं, श्यामा या कृष्ण तुलसी अपने बैंगनी पत्तों और तीव्र सुगंध के कारण जानी जाती है। यह गले के संक्रमण, त्वचा रोगों और सूजन के इलाज में कारगर है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है। वन तुलसी, जिसे जंगली तुलसी भी कहा जाता है, हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाती है और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। आयुर्वेदिक टॉनिक में इसका इस्तेमाल जीवन शक्ति और ऊर्जा बढ़ाने के लिए किया जाता है। कपूर तुलसी अपनी सुगंध से मच्छर भगाने और हवा को शुद्ध करने का काम करती है। यह श्वसन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी सहायक है। दक्षिण-पूर्व एशिया की देवना तुलसी अपने तीखे स्वाद और ऐनीज जैसी सुगंध के लिए जानी जाती है। इसकी छोटी पत्तियां और बैंगनी-गुलाबी फूल थाई, वियतनामी और कम्बोडियन व्यंजनों में खूब इस्तेमाल होते हैं। पश्चिमी देशों में भी इसे काफी पसंद किया जाता है। आयुर्वेद में इसका उपयोग कान के दर्द को दूर करने के लिए किया जाता है। इसे अमेरिकन बेसिल या नागबोय भी कहा जाता है। इस तरह तुलसी केवल एक धार्मिक प्रतीक ही नहीं, बल्कि औषधीय खजाना भी है। इसकी अलग-अलग किस्में शरीर को स्वस्थ रखने और पर्यावरण को शुद्ध बनाने में अहम भूमिका निभाती हैं। यही कारण है कि सदियों से तुलसी भारतीय संस्कृति और जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बनी हुई है। बता दें कि भारतीय घरों के आंगन में लगी तुलसी केवल एक पौधा नहीं, बल्कि परंपरा, आस्था और स्वास्थ्य का अद्भुत संगम मानी जाती है। सुदामा/ईएमएस 26 अगस्त 2025