नई दिल्ली (ईएमएस)। 83% भारतीय पेशेवर मानते हैं कि कार्यस्थल पर निर्णय लेने में मानवीय अंतर्ज्ञान और विश्वसनीय सहकर्मी कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी एआई से अधिक महत्वपूर्ण हैं। शोध में पता चला कि 76% पेशेवरों ने कार्यस्थल पर निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी देखी है, जबकि 72% का मानना है कि करियर में अगला कदम उठाने के लिए एआई में दक्षता जरूरी है। हालांकि, 67% पेशेवर एआई को समझने की बढ़ती अपेक्षाओं से अभिभूत हैं, और 61% का कहना है कि वे इसकी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। चार में से तीन उत्तरदाताओं ने एआई में महारत हासिल करना दूसरी नौकरी जैसा बताया। रिपोर्ट के अनुसार, 73% कंपनियां कर्मचारियों से एआई के उपयोग की उम्मीद रखती हैं और 64% अधिकारी प्रदर्शन समीक्षा या नियुक्ति में एआई दक्षता को शामिल करेंगे। इसके बावजूद, 78% पेशेवर आशावादी हैं कि एआई उनके दैनिक कार्य-जीवन को बेहतर बनाएगा। 75% पेशेवर एआई को लेखन और प्रारूपण के लिए उपयोगी मानते हैं, लेकिन जटिल निर्णयों के लिए 76% सहकर्मियों और प्रबंधकों पर भरोसा करते हैं। 83% अधिकारी इस बात से सहमत हैं कि अच्छे व्यावसायिक निर्णय मानवीय अंतर्ज्ञान पर निर्भर करते हैं। सुबोध/३०-०९-२०२५