मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने क्रिकेट टीम के लिए नये स्पॉन्सर (प्रायोजक) की तलाश शुरु कर दी है। नए करार के लिए 450 करोड़ रुपये की रकम तय की गयी है। ये ड्रीम11 के साथ हुए 358 करोड़ रुपये के करार से ज्यादा है। ड्रीम11 को ऑनलाइन गेमिंग एप पर प्रतिबंध के बाद प्रायोजन करार से हटना पड़ा था जबकि उसका करार साल 2026 तक था। ऐसे में बीसीसीआई को अचानक ही नये प्रयोजक की तलाश करनी पड़ी है। बीसीसीआई के लिए हालांकि 9 सितंबर से शुरु हो रही एशिया कप से पहले प्रायोजक मिलना संभव नहीं है। एशिया कप 9 सितंबर से ही शुरु हो रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार अब बीसीसीआई की नजर 2025 से 2028 के लिए नए प्रायोजक की तलाश पर है और इस करार की कीमत करीब 450 करोड़ रुपये होगी जो ड्रीम11 की 358 करोड़ रुपये की रकम से कहीं अधिक होगी। गौरतलब है कि ड्रीम11 ने बीसीसीआई के साथ 3 साल के लिए प्रायोजन करार पर हस्ताक्षर किए थे। इस दौरान वह बोर्ड को 358 करोड़ रुपये दे रही थी। रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई अब साल 2025 से 2028 की अवधि के बीच ही भारतीय टीम के 140 मैचों के लिए नए प्रायोजक की तलाश तेज कर रही है। ड्रीम11 ने जितने में प्रायोजन करार किया था। नए प्रायोजक को उससे ज्यादा रकम पैसा देना होगा। प्रायोजन करार घरेलू सीरीज के मैच के साथ-साथ विदेश में खेले जाने वाले द्विपक्षीय मैचों और बहुपक्षीय टूर्नामेंट के मैचों पर भी लागू होगा। बोर्ड ने प्रति द्विपक्षीय मैच के लिए 3.5 करोड़ रुपये की प्रायोजन राशि रखी है। इसके अलावा आईसीसी और एशियन क्रिकेट काउंसिल (एससीसी) के मैचों के लिए प्रति मैच 1.5 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है। गिरजा/ईएमएस 01 सितंबर 2025