* गुजरात के 13 जिलों में पंप घटक-सी के तहत एक भी सौर ऊर्जा संचालित पंप चालू नहीं किया गया अहमदाबाद (ईएमएस)| गैर-परंपरागत ऊर्जा क्षेत्र में - सौर ऊर्जा क्षेत्र में भारी उत्पादन का दावा करने वाली भाजपा सरकार ने पिछले दो वर्षों में गुजरात के 13 जिलों में घटक-सी के तहत एक भी पंप संचालित नहीं किया है। गुजरात प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक एवं प्रवक्ता डॉ. मनीष दोशी ने भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीति को उजागर करते हुए कहा कि राज्य में सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों के माध्यम से किसानों को बिजली का लाभ देने की घोषणा की गई थी। इस योजना के तहत किसान अपने खेतों में सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों से ऊर्जा उत्पन्न कर सकते हैं, अतिरिक्त बिजली उत्पादन से आय अर्जित कर सकते हैं, तथा अपनी आवश्यकतानुसार बिजली आपूर्ति प्राप्त कर सकते हैं। जांच में पता चला कि गुजरात के 13 जिलों में पिछले दो वर्षों में एक भी सौर ऊर्जा चालित पंप चालू नहीं किया गया है। पिछले दो वर्षों में 13 जिलों में घटक-सी के तहत एक भी सौर ऊर्जा संचालित पंप चालू नहीं होने से, हजारों किसानों को उनके हक के लाभ और आय से वंचित करने की भाजपा सरकार की एक और नीति उजागर हुई है। करोड़ों रुपये की बड़ी-बड़ी घोषणाएँ करने के बाद, गुजरात के हज़ारों किसानों के साथ अन्याय हुआ है। एक तरफ़ सरकार बिजलीघरों का उत्पादन लगातार कम करती जा रही है और निजी बिजलीघरों से करोड़ों रुपये की बिजली ख़रीदती जा रही है। दूसरी तरफ़, भाजपा सरकार वर्षों से घोटाला करती आ रही है। ऐसे में गुजरात में किसानों के लिए कई योजनाओं की घोषणाओं की तरह सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों के लिए पीएम कुसुम योजना भी चर्चा में रही है। सतीश/01 सितंबर