धनबाद(ईएमएस)।बीमा कर्मचारी संघ हजारीबाग मंडल के धनबाद इकाई, वेतन बचत योजना प्रकोष्ठ तथा गोविन्दपुर इकाई का संयुक्त वार्षिक सम्मेलन आईसीए हॉल,जोराफाटक रोड,धनबाद मे सम्पन्न हुआ।आम सभा में सरकार की जनविरोधी नीतियां, विशेष रूप से सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के निजीकरण का आक्रमण और मेहनतकश लोगों के कड़ी मेहनत से अर्जित अधिकारों पर हमलों के जरिये श्रमिक कानूनों को नियोक्तापरक बनाने और सार्वजनिक सम्पदाओं को चहेते पूंजीसखाओं के हाथ में लूटने की बनाई विनाशकारी अर्थव्यवस्था के विरोध में सभा में चर्चा की।संघ के महामंत्री जगदीश चंद मित्तल ने अपने भाषण में कहा कि संसद के आगामी सत्र में बीमा कानून संशोधन विधेयक पेश करने पर सरकार आमदा है। तीन कानून बीमा अधिनियम 1938 ,जीवन बीमा निगम अधिनियम 1956 और बीमा विनियम विनियामक और विकास प्राधिकरण अधिनियम 1999 में संशोधन लाने का प्रस्ताव है।जो संघ इसका विरोध मे आंदोलन जारी रखा है।इधर आने वाले महीना में सरकार ऑफर फॉर सेल के जरिए एलआईसी में 6.5% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। संघ इसका भी विरोध करता हैं।उन्होंने कहा कि बीमा प्रीमियम पर जीएसटी निरस्तीकरण बीमा कर्मियों का ऐतिहासिक जीत हैं।ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन इसके लीए लगातार संघर्ष किया।संघ के अध्यक्ष हेमंत मिश्रा ने कहा कि , बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा को 74% से बढ़कर 100% करने की सरकार की जिद समझ से परे है। क्योंकि विदेशी बीमा कंपनियां भारत की बीमा क्षेत्र में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिख रही हैं। नतीजन बीमा उद्योग में वास्तविक एफडीआई अनिवार्य 74% के मुकाबले केवल 32% के आसपास है।संघ के संगठन सचिव अमित कुमार ने कहा कि ,संघ लगातार एलएसी में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती का मुद्दा उठा रहे हैं। एलआईसी के कुल कर्मचारियों की संख्या में चिंताजनक गिरावट आई है। कर्मवीर सिंह/07सितंबर/25