नेपीडा,(ईएमएस)। म्यांमार में सैन्य शासन और विद्रोही गुटों के बीच संघर्ष लगातार तेज होता जा रहा है। ताजा घटनाक्रम में जुंटा सेना और अराकान आर्मी (एए) के बीच पश्चिमी राज्य रखाइन में तीन अलग-अलग मोर्चों पर भयंकर लड़ाई छिड़ गई है। भारत की सीमा से लगे इस इलाके में बढ़ती झड़पों ने हालात को और विस्फोटक बना दिया है, जिससे सुरक्षा विशेषज्ञ किसी बड़े घटनाक्रम की आशंका जता रहे हैं। इरावडी की रिपोर्ट के अनुसार, जुंटा सेना एए को पश्चिमी रखाइन में पीछे धकेलने के लिए तीन दिशाओं से हमले कर रही है। वहीं एए न सिर्फ इस इलाके में डटा हुआ है, बल्कि पड़ोसी क्षेत्रों माग्वे, बागो और अय्यारवाडी में भी अपनी गतिविधियां तेज कर चुका है। हाल ही में माग्वे के नगापे टाउनशिप में सुम टाट गांव के पास दोनों पक्षों में करीब दो घंटे तक भीषण लड़ाई हुई। एए का दावा है कि इस मुठभेड़ में जुंटा बलों को भारी नुकसान हुआ और सैनिक अपने शव, हथियार और सैन्य उपकरण छोड़कर पीछे हट गए। बागो और अय्यारवाडी में नई जंग जानकारी अनुसार संघर्ष अब बागो क्षेत्र में भी फैल चुका है। यहां पडाउंग टाउनशिप में एए के कब्जे वाले इलाकों को छुड़ाने के लिए जुंटा ने 1,500 से अधिक सैनिक तैनात किए हैं। अय्यारवाडी के लेम्येथना टाउनशिप में भी रोजाना झड़पें हो रही हैं, जहां जुंटा एए से खोए इलाकों को वापस लेने की कोशिश कर रहा है। क्यौकफ्यू पर कब्जे की लड़ाई रखाइन के भीतर भी एए की क्यौकफ्यू पर कब्जे की कोशिश संघर्ष का बड़ा कारण बनी हुई है। यह क्षेत्र रणनीतिक रूप से बेहद अहम है क्योंकि यहां चीन समर्थित विशेष आर्थिक क्षेत्र, गहरे समुद्र का बंदरगाह और तेल-गैस पाइपलाइन मौजूद हैं, जो सीधे चीन के युन्नान प्रांत से जुड़ते हैं। ब्रदरहुड गठबंधन की बढ़ती ताकत अराकान आर्मी, म्यांमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सेना (एमएनडीएए) और ताआंग राष्ट्रीय मुक्ति सेना (टीएनएलए) के साथ मिलकर ब्रदरहुड गठबंधन का हिस्सा है। इस गठबंधन ने अक्टूबर 2023 में ऑपरेशन 1027 शुरू किया था, जिसके बाद से ही म्यांमार की स्थिति अस्थिर बनी हुई है। एए ने अब तक रखाइन के 17 में से 14 टाउनशिप और चिन राज्य के पलेत्वा टाउनशिप पर नियंत्रण कर लिया है। भारत के लिए चिंता की वजह रखाइन राज्य भारत की सीमा से सटा हुआ है। यहां बिगड़ते हालात न केवल म्यांमार के राजनीतिक भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं, बल्कि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और सुरक्षा पर भी असर डाल सकते हैं। हिदायत/ईएमएस 08सितंबर25