राष्ट्रीय
09-Sep-2025


नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को एनडीए सांसदों की बैठक में वोकल फॉर लोकल के नारे पर जोर देते हुए सांसदों से दिवाली तक ‘स्वदेशी मेला’आयोजित करने और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की। सूत्रों के अनुसार मोदी ने यह भी कहा कि सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापारियों से मुलाकात करें और जीएसटी दरों में कटौती को लेकर सरकार की पहल का संदेश जनता तक पहुंचाएं। पीएम मोदी ने सोमवार को उपराष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले नई दिल्ली में हुई संसदीय दल की बैठक में सांसदों को समझाया कि ‘स्वदेशी मेला’से छोटे कारीगरों, हस्तशिल्पकारों और स्थानीय उद्योगों को नया मंच मिलेगा। उन्होंने एनडीए सांसदों को मंगलवार 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव पर भी मार्गदर्शन दिया। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन करीब 40 मिनट का था। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सांसदों को नसीहत दी और भारत के आगे आने वाले दिनों में क्या चुनौतियां हैं, उसका भी जिक्र किया। उपराष्ट्रपति चुनाव में किन बातों का ध्यान रखना है? पीएम मोदी ने यह भी बीजेपी सांसदों को बताया। पीएम मोदी का कहना था कि निर्वाचन अधिकारी जो कलम दे उसी का सतर्कता से इस्तेमाल किया जाए और जो नियम है उनका पालन वोटिंग के वक्त किया जाए। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन करीब 40 मिनट का था। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सांसदों को नसीहत दी और भारत के आगे आने वाले दिनों में क्या चुनौतियां हैं, उसका भी जिक्र किया। उपराष्ट्रपति चुनाव में किन बातों का ध्यान रखना है? पीएम मोदी ने यह भी बीजेपी सांसदों को बताया। पीएम मोदी का कहना था कि निर्वाचन अधिकारी जो कलम दे उसी का सतर्कता से इस्तेमाल किया जाए और जो नियम है उनका पालन वोटिंग के वक्त किया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जीएसटी दर कटौती से बाजार में सकारात्मक माहौल बना है, जिसे जनता तक पहुंचाना जरूरी है। पीएम स्वनिधि योजना के विस्तार और गरीबों-छोटे व्यापारियों तक लाभ पहुंचाने की बात भी कही। उन्होंने एनडीए सांसदों से देशभर में ‘स्वदेशी मेला’ आयोजित करने की अपील की है, ताकि मेड-इन-इंडिया उत्पादों को प्रोत्साहन मिले और लोगों को आत्मनिर्भर भारत अभियान से जोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के साथ बैठकें करके इस कदम का लाभ समझाया जाए और लोगों को भरोसा दिलाया जाए कि सरकार उनके साथ है। प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि ‘आत्मनिर्भर भारत’केवल आत्मनिर्भरता का विचार नहीं है बल्कि देश के भविष्य की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि जब भारतीय उत्पादों की खपत बढ़ेगी तो न केवल रोजगार के अवसर पैदा होंगे बल्कि विदेशी आयात पर निर्भरता भी घटेगी। मोदी ने कहा कि चाहे निवेश कोई भी करे, उत्पादन भारतीय होना चाहिए और यही स्वदेशी मंत्र है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 28 अगस्त को हुई कैबिनेट बैठक में भी ‘वोकल फॉर लोकल पर बल दिया था। उस समय उन्होंने मंत्रियों से कहा था कि लोग ज्यादा से ज्यादा ‘मेड-इन-इंडिया’ उत्पाद खरीदें और दुकानदार ‘स्वदेशी वस्तु उपलब्ध है’के बोर्ड लगाएं। मोदी ने उस बैठक में कहा था कि भारत किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है और इसके लिए आत्मनिर्भरता सबसे बड़ा हथियार है। वीरेंद्र/ईएमएस/09सितंबर2025