:: महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने दिल्ली में लिया अवॉर्ड, सिरपुर झील के संरक्षण प्रयासों को मिली वैश्विक पहचान :: इंदौर (ईएमएस)। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए इंदौर देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जिसे रामसर कन्वेंशन द्वारा वेटलैंड एक्रेडिटेड सिटी का दर्जा दिया गया है। यह गौरवपूर्ण मान्यता शहर को जनवरी 2025 में मिली थी, जिसकी वैधता 6 साल तक रहेगी। आज नई दिल्ली स्थित पर्यावरण भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में यह सम्मान इंदौर नगर निगम को प्रदान किया गया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगम के अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया और एमआईसी सदस्य अश्विनी शुक्ला व अभिषेक बबलू शर्मा के साथ यह अवॉर्ड ग्रहण किया। यह उपलब्धि मुख्य रूप से सिरपुर झील के उत्कृष्ट संरक्षण प्रयासों का परिणाम है। लगभग 100 साल पुरानी इस कृत्रिम झील को 2022 में रामसर साइट घोषित किया गया था। यह झील 180 से अधिक पक्षी प्रजातियों का घर है और प्रवासी पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण ठिकाना है। इंदौर नगर निगम ने स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से इस झील के पुनर्जीवन का कार्य किया, जिसमें 200 से अधिक वेटलैंड मित्र स्वयंसेवकों ने संरक्षण और जन-जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से इंदौर को कई लाभ होंगे। यह उपलब्धि इंदौर को न केवल राष्ट्रीय बल्कि वैश्विक मंच पर भी एक पर्यावरण-अनुकूल और सतत विकासशील शहर के रूप में स्थापित करती है। यह सम्मान शहर में इको-टूरिज्म को बढ़ावा देगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा। साथ ही, यह इंदौर को अन्य भारतीय शहरों के लिए एक मिसाल और प्रेरणा का काम करेगा, जो अपने जल निकायों के संरक्षण के लिए प्रयास कर रहे हैं। यह सम्मान सिद्ध करता है कि सामुदायिक भागीदारी और सुशासन मिलकर किसी भी शहर को वैश्विक स्तर पर सम्मान दिला सकते हैं। प्रकाश/09 सितम्बर 2025