राष्ट्रीय
12-Sep-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। ब्लड कैंसर के शुरुआती लक्षण त्वचा पर भी नजर आते हैं और अगर इनकी पहचान समय रहते हो जाए, तो रोग की जांच और इलाज जल्दी संभव हो पाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लड कैंसर की स्थिति में शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है। प्लेटलेट्स खून को जमाने और ब्लीडिंग रोकने का काम करते हैं। जब इनकी कमी होती है तो शरीर की छोटी-छोटी ब्लड वेसल्स आसानी से फट जाती हैं और खून त्वचा के नीचे जमा हो जाता है। इसकी वजह से बिना किसी चोट के नीले, बैंगनी या काले रंग के निशान दिखाई देने लगते हैं। यह एक गंभीर संकेत है, जिसे नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए। इसी तरह त्वचा पर लाल, भूरे या बैंगनी रंग के धब्बे भी दिख सकते हैं। इन्हें दबाने पर रंग फीका नहीं पड़ता। ये धब्बे आमतौर पर पैरों पर अधिक दिखाई देते हैं और प्लेटलेट्स की कमी का स्पष्ट लक्षण माने जाते हैं। कई मरीजों में त्वचा पर लगातार खुजली होना भी देखा जाता है। खासकर हॉजकिन लिंफोमा जैसे ब्लड कैंसर के मामलों में, शरीर के भीतर कैंसर सेल्स साइटोकाइन्स नामक केमिकल्स छोड़ते हैं, जो त्वचा में जलन और खुजली पैदा करते हैं। अगर बिना किसी रैश या दाने के त्वचा पर लंबे समय तक खुजली हो रही है, तो इसे भी हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा, त्वचा और आंखों का सफेद हिस्सा पीला पड़ना भी ब्लड कैंसर से जुड़ा लक्षण है। ऐसा तब होता है जब कैंसर सेल्स रेड ब्लड सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं या लीवर प्रभावित होता है। इससे बिलीरुबिन का स्तर बढ़ जाता है और पीलिया जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। ब्लड कैंसर के मरीजों में कई बार त्वचा पर रैशेज भी दिखाई देते हैं। ये रैश लाल, गुलाबी या बैंगनी रंग के सपाट या उभरे हुए धब्बों के रूप में हो सकते हैं। कुछ मामलों में तो कैंसर सेल्स सीधे त्वचा में जमा हो जाते हैं और घाव जैसी स्थिति बना देते हैं। ऐसे रैशेज सामान्य दवाओं या क्रीम से ठीक नहीं होते और समय के साथ बढ़ते जाते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि त्वचा पर दिखने वाले ये बदलाव ब्लड कैंसर की चेतावनी हो सकते हैं। हालांकि, हर बार इन लक्षणों का मतलब कैंसर नहीं होता, लेकिन अगर ये लंबे समय तक बने रहें या बार-बार दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है। समय रहते जांच और सही इलाज से इस गंभीर बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। विशेषज्ञों की माने तो हमारी त्वचा केवल शरीर की खूबसूरती का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह हमारी सेहत का भी आईना होती है। शरीर के भीतर चल रही गड़बड़ियां अकसर स्किन पर भी दिखाई देती हैं। कई बार लोग इन्हें सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि यह गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है। सुदामा/ईएमएस 12 सितंबर 2025