राष्ट्रीय
12-Sep-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। महिलाओं में पेल्विक मसल्स की समस्या में योगाभ्यास मददगार बन सकता है। चिकित्सकों की माने तो इस बीमारी के पीछे कई वजहें हो सकती है। इन कारणों में मोटापा, पेल्विक सर्जरी, कब्ज, लगातार खांसी और बढ़ती उम्र शामिल हैं। सबसे अधिक असर गर्भावस्था और डिलीवरी के दौरान देखने को मिलता है। उस समय महिलाओं के पेल्विक फ्लोर पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे धीरे-धीरे मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और अनेक तरह की स्वास्थ्य समस्याएं सामने आती हैं। पेल्विक मसल्स शरीर के निचले हिस्से में मौजूद होती हैं, जो गर्भाशय, योनि, ब्लैडर और बाउल जैसे अंगों को सहारा देती हैं। इनका मजबूत होना बेहद जरूरी है, ताकि ये अंग सामान्य रूप से काम कर सकें। विशेषज्ञों का मानना है कि कमजोर पेल्विक मसल्स मूत्र और मल पर नियंत्रण की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं और ‘प्रोलैप्स’ जैसी समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। इसीलिए महिलाओं को समय रहते इन मांसपेशियों को मजबूत करने के प्रयास करने चाहिए। योगाभ्यास इस दिशा में कारगर माना जाता है। नियमित रूप से कुछ आसान योगासन करके पेल्विक मसल्स को मजबूती दी जा सकती है और शरीर के निचले हिस्से की लचक भी बढ़ाई जा सकती है। सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेटें और घुटनों को मोड़कर पैरों को जमीन पर टिकाएं। हाथों की मदद से एड़ियों को पकड़ते हुए धीरे-धीरे कमर और कूल्हों को ऊपर उठाएं, ताकि शरीर पुल की आकृति जैसा दिखे। इस स्थिति में 1 से 2 मिनट तक बने रहें और फिर धीरे-धीरे वापस नीचे आएं। दिन में 4 से 5 बार दोहराने से पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं और कमर दर्द में भी राहत मिलती है। वहीं मलासन योगासन पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को टोन करता है। इसके लिए दोनों पैरों को मोड़कर नीचे की ओर बैठ जाएं, घुटनों के ऊपर हाथ रखकर हथेलियां जोड़ लें और पीठ को सीधा रखें। इस स्थिति में 2 मिनट तक आराम से बैठें। नियमित अभ्यास से कब्ज की समस्या दूर होती है और मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है। हनुमानासन को करने के लिए घुटनों के बल बैठें, फिर एक पैर को धीरे-धीरे आगे और दूसरे को पीछे की ओर फैलाएं। कूल्हों को जमीन से लगाकर दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और नमस्कार की मुद्रा बनाएं। 2 मिनट तक इस स्थिति में रहने से पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं और शरीर की लचक भी बढ़ती है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिन महिलाओं को पेल्विक मसल्स कमजोर होने की समस्या है, वे इन आसनों का अभ्यास नियमित रूप से करें। साथ ही संतुलित आहार, पर्याप्त पानी और फाइबर युक्त भोजन का सेवन भी जरूरी है। समय पर सावधानी न बरती जाए तो यह समस्या बढ़कर जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है। सुदामा/ईएमएस 12 सितंबर 2025