2030 तक 1 बिलियन टन माल हैंडलिंग का लक्ष्य मुंबई (ईएमएस)। अदाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) अगले दो वर्षों में अपने घरेलू ऑपरेशन को बढ़ाने के लिए लगभग 30,000 करोड़ का निवेश करने जा रहा है। यह निवेश मौजूदा वित्तीय वर्ष के 11,000-12,000 करोड़ रुपए के निवेश से दोगुना होगा। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक सालाना 1 बिलियन टन माल संभालना है, जिसमें 850 मिलियन टन भारत के पोर्ट्स से और 140-150 मिलियन टन विदेशी पोर्ट्स से आएगा। वित्त वर्ष 26 में निवेश इस प्रकार होगा: पोर्ट्स में 6,500-7,000 करोड़, लॉजिस्टिक्स में 2,300 करोड़, रिन्यूएबल्स में 1,500 करोड़ और मरीन सर्विसेज़ में 700-800 करोड़ खर्च किए जाएंगे। निवेश का बड़ा हिस्सा गुजरात के मुंद्रा, ओडिशा के धमरा और केरल के विजिन्जम पोर्ट्स में बर्थ और टर्मिनल बढ़ाने तथा विजिन्जम ट्रांसशिपमेंट हब के विस्तार में किया जाएगा। विजिन्जम हब ने लॉन्च के नौ महीनों में 1 मिलियन टीईयू से अधिक कंटेनर हैंडल कर लिए हैं। मुंद्रा पोर्ट पर रूसी क्रूड तेल लेकर आया प्रतिबंधित टैंकर स्पार्टनपहुंचा, जिसे एचपीसीएल-मित्तल इनर्जी लिमिटेड के लिए तेल उतारना था। एपीएसईजेड ने 11 तंबर से पश्चिमी देशों के प्रतिबंधित टैंकरों को पोर्ट में प्रवेश से रोक रखा है। वहीं, दूसरा प्रतिबंधित टैंकर नोबल वाकर ने मुंद्रा की जगह वडिनार पोर्ट का रुख किया। पिछले आठ महीनों में मुंद्रा पोर्ट ने रोजाना करीब 1,80,000 बैरल रूसी क्रूड तेल हैंडल किया है। सतीश मोरे/17सितंबर