* “मशीनों और औज़ारों पर विश्वकर्माजी की कृपा बनी रहे”-अनिल अग्रवाल कोरबा (ईएमएस) वेदांता समूह के अध्यक्ष और उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक पर एक भावनात्मक संदेश साझा किया। उन्होंने इस मौके पर अपने बचपन की यादों को ताज़ा करते हुए बताया कि किस तरह से वह कम उम्र से ही इस पर्व से जुड़े रहे हैं और आज भी वही उत्साह उनमें जीवित है। अनिल अग्रवाल ने अपने पोस्ट में लिखा कि वह लगभग 12-13 साल की उम्र से विश्वकर्मा पूजा से जुड़ गए थे। उनके पिता की पटना में ग्रिल और ग्रेट बनाने की एक फैक्ट्री थी, जहाँ इस दिन का सभी को बेसब्री से इंतज़ार रहता था। फैक्ट्री में मौजूद हर छोटी-बड़ी मशीन, औज़ार और भट्टी को बड़े मनोयोग से साफ़ कर उनकी पूजा की जाती थी। उन्हें विश्वकर्मा भगवान का रूप मानकर सम्मानित किया जाता था। उन्होंने आगे कहा कि “जो उत्साह विश्वकर्मा पूजा के दिन होता था, वही भाव आज भी मेरे अंदर और मेरे साथ काम करने वाले हर इंसान के अंदर जागृत है। विश्वकर्माजी की वजह से ही यह सृष्टि बनी हुई है और हमारी मशीनें, औज़ार, फैक्ट्रियाँ आज भी चल रही हैं।” अनिल अग्रवाल ने विश्वकर्मा पूजा को केवल एक धार्मिक पर्व ही नहीं, बल्कि उद्योग और उत्पादन जगत से जुड़े हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायी बताया। उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा की कृपा से ही उत्पादन बढ़ता है, आमदनी में वृद्धि होती है और देश प्रगति की ओर अग्रसर होता है। उन्होंने अंत में सभी को विश्वकर्मा पूजा की शुभकामनाएँ देते हुए कहा की “आप सबको विश्वकर्मा पूजा की बहुत-बहुत बधाइयाँ। यह पर्व हमारे उत्पादन, आमदनी और देश को आगे बढ़ाए।” उल्लेखनीय हैं कि देशभर के उद्योगों, कारखानों और विभिन्न संस्थानों में विश्वकर्मा पूजा बड़े उत्साह के साथ किया जाता हैं। मशीनों और औज़ारों को सजाकर उनकी पूजा की जाती है। इसे मेहनतकशों और कारीगरों का पर्व माना जाता है। उद्योगपति अनिल अग्रवाल के इस संदेश ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि मेहनत, मशीन और आस्था का संगम ही प्रगति का आधार है। 17 सितंबर / मित्तल