राष्ट्रीय
18-Sep-2025


मुंबई (ईएमएस)। भारतीय शेयर बाजार छोटे निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन गया है। 75 फ़ीसदी छोटे निवेशकों को पिछले 1 वर्ष में शेयर बाजार से कोई लाभ नहीं मिला।उल्टा उन्हें नुकसान झेलना पड़ रहा है। मिड कैप, स्माल कैप, माइक्रो कैप तथा बीएससी के निवेशकों को पिछले 1 वर्ष में फायदे के स्थान पर नुकसान उठाना पड़ रहा है। पिछले 1 साल से शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। इसके बाद भी भारतीय शेयर बाजार में घरेलू निवेशकों ने, लगभग 90 अरब डॉलर जो भारतीय मुद्रा में लगभग 7.50 लाख करोड रुपए होता है।इसे निवेश किया है। इसी बीच विदेशी निवेशक मुनाफा वसूली करके बाजार से निकल गए। 2024 से लेकर अभी तक निवेशकों को जीरो फ़ीसदी का लाभ शेयर बाजार से नहीं मिल रहा है। मिड कैप 150 में अभी तक 1.82 फ़ीसदी,बीएसई 500 का 2.63 फ़ीसदी,स्मॉल कैप में 5.76 फ़ीसदी तथा माइक्रो कैप में 5.47 फ़ीसदी का नुकसान निवेशकों को उठाना पड़ा है। बीएससी 500 इंडेक्स के करीब 75 फ़ीसदी शेयरों में पिछले 1 साल से गिरावट बनी हुई है। जिसके कारण निवेशकों को पिछले 1 साल में भारी नुकसान हुआ है। शेयर बाजार से निवेशकों को नेगेटिव रिटर्न मिल रहा है। शेयर बाजार से मुनाफा मिलना तो दूर उल्टा घाटा हो रहा है। सेंसेक्स में 0.46 फ़ीसदी तथा निफ्टी में 0.35 फीसदी की गिरावट 1 साल में देखने को मिली है। 26 सितंबर 2024 को 85978 आल टाइम हाई पर शेयर बाजार पहुंच गया था। 17 सितंबर 2024 को 83079 पर कारोबार कर रहा था। 4 मार्च 2025 को 71425 पर शेयर बाजार में कारोबार हो रहा था। जो 52 सप्ताह में हुए कारोबार का सबसे कम स्तर था। पिछले 3 दिनों से भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर हवा में उड़ रहा है। 17 सितंबर को 82694 पर कारोबार कर रहा था। 18 सितंबर को भी शेयर बाजार में तेजी देखी गई है। शेयर बाजार में सारा कारोबार बड़े-बड़े निवेशकों के हाथों में केंद्रित होकर रह गया है। कृत्रिम तरीके से शेयर बाजार में तेजी और मंदीं का जो खेल खेला जा रहा है। उसमें सबसे ज्यादा नुकसान छोटे निवेशकों को हो रहा है। म्युचुअल फंड, बैंकिंग और वित्तीय संस्थाओं द्वारा जो निवेश भारतीय शेयर बाजार में किया जा रहा है। सबसे ज्यादा नुकसान छोटे एवं मध्यम वर्ग के भारतीय निवेशकों को उठाना पड़ रहा है। एसजे/ईएमएस/18/09/2025