दुबई,(ईएमएस)। एशिया कप फाइनल किसी फिल्मी ड्रामें से कम नहीं रहा, टीम इंडिया ने पाकिस्तान को मात दी, लेकिन इसके बाद दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में जो कुछ भी हुआ वो इस वक्त चर्चा का विषय बना हुआ है। मैच रात 12 बजे खत्म हो गया लेकिन सवा एक बजे तक भी पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन नहीं शुरू हो सकी। रिपोर्ट के अनुसार भारतीय क्रिकेट टीम ने पीसीबी और एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष मोहसिन नकवी के हाथों से एशिया कप की ट्रॉफी लेने से ही इनकार कर दिया। मैच के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी का मंच सजकर तैयार था। उस पर मोहसिन नकवी पहले ही चढ़कर बैठ गए। बस फिर क्या था टीम इंडिया प्रेजेंटेशन सेरेमनी के लिए पहुंची ही नहीं। जिसके चलते करीब डेढ़ घंटे तक प्रेजेंटेशन सेरेमनी अटकी रही। फाइनल से पहले ही अटकलें लगाई जा रही थी कि भारतीय खिलाड़ी जीतने पर नकवी से ट्रॉफी नहीं लेंगे। नकवी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष और अपने देश के गृहमंत्री भी हैं और भारत विरोधी रवैये के लिये जाने जाते हैं। मौजूदा वक्त में वो एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं। एसीसी अध्यक्ष होने के नाते उन्हें विजयी टीम को ट्रॉफी देनी थी और दोनों टीमों से हाथ भी मिलाना था। भारतीय टीम ने हालांकि पाकिस्तान की ओर से किसी से भी हाथ नहीं मिलाने और मैदान से इतर कोई बातचीत नहीं करने की नीति अपनाई। पाक टीम ने खुद ड्रेसिंग रुम में किया कैद बीती रात दुबई के क्रिकेट मैदान में पाकिस्तान की जमकर बेइज्जती हुई। यहां पाकिस्तान टीम को भारत ने जमकर धोया और उन्हे मुंह दिखाने के लायक नहीं छोड़ा तब मारे शर्म के पूरी टीम मैदान से भागी और सीधे ड्रेसिंग रुम में चली गई और भीतर से कुंदी लगा दी। करीब एक घंटे टीम ने खुद को कैद रखा। पाकिस्तान की टीम जीत नहीं पाई तो पीसीबी बोर्ड चीफ मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी और मेडल लेकर चले गए। पाकिस्तानी टीम की वजह से पोस्ट-मैच प्रजेंटेशन में देरी हुई। दर्शक इंतजार करते रहे प्रजेंटेशन का लेकिन हार से टूटी पाकिस्तानी टीम एक घंटे तक ड्रेसिंग रूम में ही खुद को कैद रखे रही। जब भारतीय क्रिकेटरों और कोचिंग स्टाफ ब्रॉडकास्टर्स से बातचीत कर रहे थे तब पाकिस्तानी टीम ड्रेसिंग रूम से बाहर निकली। नकवी के हाथों ट्रॉफी नहीं लेने का फैसला इधर भारतीय टीम ने दो टूक कह दिया था कि वह एसीसी चेयरमैन मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी किसी भी हालत में नहीं लेगी। नकवी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के भी चेयरमैन हैं और वहां की शहबाज शरीफ सरकार में मंत्री भी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय टीम ने मांग रखी कि उन्हें एमिरेट्स बोर्ड के वाइस-चेयरमैन खालिद अल जरूनी के हाथों ट्रॉफी दिलाई जाए। लेकिन यह मांग ठुकरा दी गई। मोहसिन नकवी इस पर अड़े रहे कि ट्रॉफी और मेडल तो वही देंगे। भारतीय टीम ने बिना ट्रॉफी के जश्न मनाया। पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा का फ्रस्टेशन प्रजेंटेशन में दिखा और उन्होंने रनर-अप चेक को फेंक दिया। आगा ने चेक फेंक दिया नकवी जब प्रजेंटेशन के लिए स्टेज पर पहुंचे तो स्टेडियम ने भारत माता की जय के गगनभेदी नारों से उनके जख्मों पर और नमक छिड़क दिया। भारतीय समर्थकों ने नकवी के साथ-साथ शाहीन शाह अफरीदी और हारिस रऊफ की जमकर हूटिंग की। तभी साइमन डल ने ऐलान किया कि पाकिस्तानी टीम नकवी के हाथों रनर-अप का मेडल लेगी। बेइज्जती से लाल हुए नकवी ने पाकिस्तानी टीम को अपने हाथों से मेडल देने से इनकार कर दिया। उसके बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अमिनुल इस्लाम ने उन्हें मेडल सौंपा। जब पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा को रनर-अप चेक दिया गया तो उन्होंने उसे फेंक दिया। उनकी हरकत में कुंठा और हताशा साफ दिख रहा था।तभी ऐलान होता है कि भारतीय क्रिकेट टीम आज रात अवॉर्ड कलेक्ट नहीं करेगी, इसलिए पोस्ट-मैच प्रजेंटेशन यही खत्म किया जाता है। उसके बाद नकवी और एसीसीसी के बाकी अधिकारी स्टेडियम से बाहर चले जाते हैं। बिना ट्रॉफी के ही जश्न मनाना पड़ा भारतीय टीम ट्रॉफी का इंतजार करती रही लेकिन पीसीबी चीफ की शर्मनाक हरकत की वजह से उसे बिना ट्रॉफी के ही जश्न मनाना पड़ा। बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एसीसी चीफ की टुच्ची हरकत की तीखी आलोचना की। बीसीसीआई के सेक्रटरी देवाजीत सैकिया ने मोहसिन नकवी की हरकत को दुर्भाग्यपूर्ण और स्पोर्ट्समैनशिप के खिलाफ बताया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत को जल्द से जल्द ट्रॉफी और मेडल सौंपे जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नवंबर में दुबई में होने वाली आईसीसी कॉन्फ्रेंस में बीसीसीआई इसके खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराएगा। ऑपरेशन तिलक बौखलाई पाक टीम एशिया कप के फाइनल में भारतीय टीम के ऑपरेशन तिलक से पाकिस्तान के होश उड़ गए। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए तिलक वर्मा ने एक छोर संभाले रखा और टीम इंडिया को नौंवी बार एशिया कप का चैंपियन बनाकर ही लौटे। पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम अजेय रही और पाकिस्तान को फाइनल समेत 3 बार पीटा। जीत के लिए 147 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत का शीर्ष क्रम बुरी तरह लड़खड़ा गया। 20 रन पर ही तीन विकेट गिर चुके थे। अभिषेक शर्मा, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल पवैलियन लौट चुके थे। यहां से तिलक वर्मा ने संजू सैमसन के साथ चौथे विकेट के लिए 57 रन जोड़कर भारत की वापसी कराई। सैमसन के आउट होने के बाद वर्मा और शिवम दुबे के बीच पांचवें विकेट के लिए 60 रन की अहम साझेदारी हुई। उसके बाद तिलक वर्मा ने रिंकू सिंह के साथ मिलकर भारत को 5 विकेट की यादगार जीत दिलाई। वर्मा को उनकी 53 गेंदों में 69 रनों की नाबाद पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।भारतीय टीम के सख्त तेवरों को देखते हुए नकवी ने ट्रॉफी ही चुरा लेने का फैसला किया। जिस ट्रॉफी को पाकिस्तान जीत नहीं पाया, उसे पीसीबी चीफ ने चुरा लिया। नकवी ने एसीसी अधिकारियों को निर्देश दिया कि विजेता ट्रॉफी को प्रजेंटेशन तक न ले जाया जाए। वीरेंद्र/ईएमएस/29सितंबर2025