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01-Oct-2025
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बीजेपी का तंज सोनिया और राहुल गांधी जबाव दें नई दिल्ली (ईएमएस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के दावे पर कांग्रेस के अंदर बवाल मच गया है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इस बयान को पार्टी को कमजोर करने वाला बताया। अल्वी ने कहा, क्या इसका मतलब है कि वे अमेरिकी दबाव में काम कर रहे थे? उनका यह बयान सिर्फ बीजेपी को फायदा देगा। दरअसल, चिंदबरम ने दावा किया था कि 26/11 हमले के बाद भारत अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई नहीं कर सका। साल 2008 में मुंबई में हमला हुआ, तब कांग्रेस नेता चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि तत्कालीन अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस उनसे और प्रधानमंत्री मनमोहन से मिलने भारत आई थीं और उनसे स्थिति पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देने का अनुरोध किया था। चिदंबरम का कहना था कि मेरे मन में बदला लेने का विचार आया था, लेकिन मनमोहन सरकार ने सैन्य कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया। चिदंबरम ने कहा, पूरी दुनिया दिल्ली में यह कहने आई थी कि युद्ध मत शुरू कीजिए। उन्होंने आतंकी हमले के कुछ दिन बाद ही गृह मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी। मुंबई हमले में 175 लोगों की जान गई थी। अब चिदंबरम के बयान पर कांग्रेस नेता अल्वी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। अल्वी ने कहा, क्या इसका मतलब है कि वे अमेरिकी दबाव में काम कर रहे थे? ऐसा बयान केवल बीजेपी को फायदा देगा। चिदंबरम अब 16 साल बाद यह दावा क्यों कर रहे हैं? अगर उस समय वे असहमत थे, तब उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए था। कांग्रेस के अंदर ही कई लोग हैं जो पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं। इसके पहले बीजेपी ने चिदंबरम के बयान पर तंज कसा था। बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने मनमोहन सिंह सरकार को कमजोर करार देकर राहुल गांधी पर सवाल दागे थे। प्रसाद ने कहा, मनमोहन सिंह सरकार में गृह मंत्री रहे चिदंबरम ने अब खुद माना है कि मुंबई हमलों के बाद वे पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में थे, लेकिन उस समय विदेश मंत्रालय ने उन्हें रोक दिया और पूर्व पीएम सिंह चुप रहे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, यह कितनी कमजोर सरकार थी, जब निर्दोष भारतीय मारे जा रहे थे। आशीष दुबे / 01 अक्टूबर 2025